रेल बजट पर प्रतिक्रिया देते हुऐ जैन ने कहा कि हम सफर, तेजस्व, और उदय जैसी डिलक्स ट्रेनों की घोषणा से यह साबित हो गया है कि इस रेल बजट में गरीबों के लिये कुछ नहीं है। उन्होने कहा कि बजट की सबसे बड़ी विफलता यह है कि इसमें आमदनी और खर्च का कहीं जिक्र तक नहीं किया गया है क्योंकि यह बताने से जग जाहिर हो जाता कि पिछले 18 महिनों में इस सरकार ने रेल्वे को दिवालिया कर दिया है।
उन्होने कहा कि तेल की कीमतें 71 फिसदी कम होने बावजूद रेल किराये में जनता को किसी तरह की राहत नही दी गई है जबकि बीते बजट में सरकार ने किसी तरह का रेल किराया बढ़ाने की घोषणा नहीं की थी बावजूद इसके सालभर यात्रियों को झटके पर झटके लगते रहे। सालभर में रेलवे ने रेल बजट के बाद बिना बताए ही तमाम तरह के किरायों में तो वृद्धि की ही तत्काल जैसी जरूरी सुविधा को भी दूधारू गाय की तरह इस्तेमाल किया।
जैन ने कहा कि रेल बजट अजमेर के भाजपा जन प्रतिनिधियो की विफलता का घोतक केन्द्र सरकार में अजमेर का प्रतिनित्व होने के बावजूद अजमेर को एक भी ट्रेन नसीब नहीं हुई यहां तक की पिछले बजट में अजमेर मैसूर ट्रेन प्रस्तावित थी जो अभी तक नहीं चल पाई। रेल बजट में पुष्कर मेड़ता रेल लाईन को जौड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं है मदार रेल्वे स्टेषन पर सवारी गाढ़ी के रखरखाव के लिऐ कारखाना स्थापित करना प्रस्तावित था इसको नजरअंदाज किया गया है दौराई स्टेषन के विका की कोई योजना इस बजट मे नही है यह स्थानीय सांसद और कैन्द्रीय मंत्री सावरलाल जाट की विफलता है। उन्होने कहा कि कुल मिलाकर पिछले बजट की 5 फिसदी घोषणाओं पर तो अभी तक अमल नहीं किया गया है इस वर्ष फिर लोक लुभावने वादे और घोषणाऐं कर दी गई हैं यह जनता के साथ धोखा है।
बजट पर महेष पाराषर, गुलाम मुस्तुफा, दिनेष शर्मा, दयानन्द चतुर्वेदी, श्याम प्रजापति, मुजफ्फर भारती, सत्य नारायण डिडवानियां सुनिल मोतियानी, आरिफ हुसैन, शैलेन्द्र अग्रवाल, वैभव जैन, दिव्येनद्र सिंह जादौन, लोकेष शर्मा, इमरान सिद्दीकी अब्दुल रषीद, यासिर चिष्ती, सबा खान अनुपम शर्मा महेष चैहान ने भी विपरित प्रतिक्रिया दी है।
