अब ऑनलाईन मिलेगी निजी स्कूलों को मान्यता-प्रो. देवनानी

प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रान्तीय अधिवेशन में शिक्षा राज्य मंत्राी ने की घोषणा
शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों को शीघ्र मिलेगी पुनर्भरण राशि

v devnani 1अजमेर 27 फरवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के निजी स्कूलों को मान्यता देने की प्रक्रिया को शीघ्र ऑनलाइन करने जा रही है। इससे स्कूलों को शिक्षा के विभिन्न कार्यालयों में चक्कर काटने की समस्या से निजात मिल जाएगी। शिक्षा के अधिकार के तहत पुनर्भरण राशि भी शीघ्र ही स्कूलों को मिल जाएगी। सरकार निजी स्कूलों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण करेगी।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रान्तीय अधिवेशन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से मान्यता की प्रक्रिया को लेकर निजी स्कूलों को समस्याएं आ रही थी। अब राज्य सरकार इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने जा रही है। आगामी आठ मार्च को ऑनलाइन मान्यता के लिए वैब पोर्टल का शुभारम्भ किया जाएगा। इससे स्कूल संचालकों को कार्यालयों के चक्कर नही काटने पड़ेगे। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबंधित निजी स्कूलों की विभिन्न मांगों के समाधान के लिए भी शीघ्र ही वार्ता आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम में भी सुधार करने जा रही है। अब निजी स्कूलों को शिक्षा पुनर्भरण राशि का भुगतान समय पर कर दिया जाएगा। राज्य सरकार ने आठवीं बोर्ड लागू कर दी है। पांचवी कक्षा में भी डाईट के माध्यम से जिले की एकीकृत परीक्षा करायी जाएगी। इसमें अगर कोई विद्यार्थी फेल होता है तो उसे एक महीने में परीक्षा का पुनः अवसर मिलेगा। फिर भी अगर कोई फेल होता है तो उसे फेल ही माना जाएगा।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार निजी स्कूलों में फीस के निर्धारण से संबंधित प्रक्रिया को भी सरलीकृत करने जा रही है। अब स्कूल प्रबन्धन व अभिभावकों की आपसी सहमति से फीस निर्धारित होगी। इनमें से कोई भी पक्ष अगर असहमत है तो वह संभागीय आयुक्त के पास प्रथम अपील एवं राज्य सरकार के पास द्वितीय अपील कर सकता है।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने निजी स्कूलों का आव्हान किया कि वे देश के लिए सुयोग्य नागरिक तैयार करने की सरकार के प्रयासों में सहयोग करें। राज्य सरकार स्वच्छता, जल स्वावलम्बन एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा आदि योजनाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने जा रही है। निजी विद्यालय अपने विद्यार्थियों को इन योजनाओं के प्रति जागरूक कर समाजहित में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नये शैक्षणिक सत्रा से देश के नायकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। अब अकबर नही महाराणा प्रताप की जीवनी से विद्यार्थियों को प्रेरणा दी जाएगी। इसी तरह वीर सावरकर, वीर दुर्गादास, गोविन्द गुरू, महान वैज्ञानिक सी.वी.रमन, भास्कराचार्य और आर्य भट्ट जैसे भारतीय नायकों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। निजी विद्यालय भी विद्यार्थियों में देश भक्ति का जज्बा जगाने की इस मुहिम में मदद करें।
उन्होंने कहा कि राज्य की शिक्षा में निजी स्कूलों का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार निजी स्कूलों की समस्याओं के निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करेगी। कार्यक्रम को कर्मचारी नेता श्री महेश व्यास, श्री शक्ति सिंह गौड़ एवं एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री कैलाश शर्मा ने भी सम्बोधित किया। प्रो. देवनानी ने संगठन की पुस्तिका का विमोचन किया एवं पुरस्कार वितरण किया।

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