गोलियां हर दिन ना खानी पड़े इसलिए कराएं नियमित स्वास्थ्य जांच

सीनियर सिटीजन से स्वास्थ्य पर हुई खुली चर्चा, गुर्दारोग विशेषज्ञ डॉ. रणवीरसिंह चौधरी ने दी सलाह
MHRC & Sen. Citizen (22)अजमेर 24 अप्रेल। जाने-माने गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. रणवीरसिंह चौधरी ने वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी कि उम्र से आधी गोलियां हर दिन ना खानी पड़े इसलिए जरूरी है कि नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें। डायटीशिन श्रीमती संगीता सक्सेना ने कहा कि आहार शुद्ध और पौष्टिक होने के साथ सुरक्षित हो इसका भी ध्यान रहे।
डॉ. रणवीरसिंह चौधरी एवं श्रीमती सक्सेना रविवार को आदर्श नगर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में वरिष्ठ नागरिकों से स्वास्थ्य पर खुली चर्चा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम सीनियर सिटीजन सोसायटी के आदर्शनगर गु्रप-12 द्वारा मित्तल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, अजमेर के सहयोग से आयोजित किया गया था। सुबह दस से दोपहर दो बजे तक चले शिविर का सोसायटी के अनेक सदस्यों ने लाभ उठाया। वरिष्ठ नागरिकों ने गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. रणवीरसिंह चौधरी तथा डायटीशियन श्रीमती संगीता सक्सेना से अपनी शारीरिक परेशानियों, बीमारियों तथा अपने आहार पर खुलकर सवाल-जवाब किए। डॉ. चौधरी एवं सक्सेना ने प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को आत्मीय भाव और भावना के साथ बड़े ध्यान से सुना और उन्हें व्यक्तिगत सलाह-मशवरा भी दिया।
सीनियर सिटीजन सोसायटी, अजमेर के अध्यक्ष के.सी. गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान मित्तल हॉस्पिटल की ओर से ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर की नि:शुल्क जांच की गई। उन्होंने बताया कि डॉ. चौधरी के समक्ष सदस्यों द्वारा उठाए गए सवाल का डॉ. चौधरी ने बड़ा अच्छा जवाब दिया। डॉ. चौधरी ने कहा कि साठ साल की उम्र में दवाइयों की तीस गोलियां हर रोज ना खानी पड़े इसीलिए स्वास्थ्य जागरुकता शिविर के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य की नियमित जांच कराए जाने की सलाह दी जाती है। उल्लेखनीय है कि एक वरिष्ठ नागरिक ने अपनी परेशानी बताते हुए डाक्टर से पूछा कि उन्हें इतनी सारी दवाइयां लिख दी जाती है कि खाने से पहले और खाने के बाद दस-पंद्रह गोलियां खानी पड़ जाती है? डॉक्टर ने कहा कि इस उम्र में ब्लड शुगर, रक्तचाप, शरीर के भी किसी अंग में दर्द, हड्डियों की कमजोरी, दांतों की तकलीफ, डिप्रेशन, कब्ज आदि की तकलीफ होना आम बात है। इसके पीछे कारण बहुत हैं। अब यदि प्रत्येक तकलीफ को दूर करने के लिए डाक्टर तीन-तीन गोलियां भी लिखता है तो साठ साल की उम्र में आठ तकलीफों के निदान के लिए बीस-पच्चीस गोलियां तो रोज हो ही जाएंगी और इन्हें भी सुबह-शाम दिन में दो बार लेना हो तो मुश्किल तो होगी ही। डॉ. रणवीर ने सलाह दी कि इनसे कैसे बचा जा सकता है। डॉ. रणवीर ने बताया कि गुर्दा रोग विशेषज्ञ होने के नाते वे कह सकते हैं कि अपने शरीर को संतुलित आहार प्रदान करें और शरीर के साथ संयमित व्यवहार कायम रखें। उन्होंने कहा कि वरना गुर्दा रोग और रक्तचाप का किस्सा तो मुर्गी और अंडे के विवाद जैसा है कि रक्तचाप के कारण गुर्दारोग हुआ कि गुर्दारोग के कारण रक्तचाप? उन्होंने कहा कि भगवान को भी यह मालूम होगा कि लोगों का आहार और व्यवहार संतुलित नहीं रहेगा शायद इसीलिए उन्होंने शरीर में एक के बजाय दो गुर्दे दिए। एक गुर्दे से भी पूरा जीवन जिया जा सकता है, दो होने के बावजूद लोग शरीर का नियमित ध्यान नहीं रख पा रहे और गुर्दा रोग की गिरफ्त में आ रहे हैं।
इस अवसर पर डायटीशियन श्रीमती संगीता सक्सेना ने कहा कि उम्र बढऩे के साथ खान-पान का ध्यान बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी जाती है कि नियमित रूप से रेशेदार फल व सब्जियों का सेवन करें। दिन में सुबह के नाश्ते से लेकर शाम के भोजन तक कुछ त्यागने की जरूरत नहीं है चार-चार घंटे के अंतराल में संयमित रूप से शुद्ध व पौष्टिक खाद्य या पेय ले सकते हैं बस यह ध्यान रहे कि जो भी खाद्य ले वह सुरक्षित हो। उन्होंने कहा कि आजकल समस्या यह है कि घरों में बुजुर्ग अकेले हैं और वे फ्रिज में रखा हुआ अथवा सीधे पका के खाने वाले पैक फूड इस्तेमाल करने लगे हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र में हड्डियों की कमजोरी को ध्यान में रखते हुए जिन खाद्य पदार्थों में कैल्शियम की मात्रा अधिक हो उन्हें खा सकते हैं। खास तौर पर गुर्दे की बीमारी के संबंध में बताते हुए उन्होंने कहा कि फोस्फोरस, पोटेशियम और सोडियम जिन भी खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं उन्हें थोड़ा संयमित मात्रा में ही ले। इन सबसे अलग एक और सलाह दी गई कि जो भी हम खा रहे हैं उन्हें कैसे स्वस्थ और खाने के लिए ललचाने वाला बनाने पर भी ध्यान दें ताकि इस उम्र में खाने की इच्छा खत्म ना हो। श्रीमती सक्सेना ने खाए गए भोजन को पचाने के लिए नियमित व्यायाम या प्राणायाम करते रहने को भी अनिवार्य बताया।
कार्यक्रम के आरंभ में सोसायटी के सदस्य मदन रवि ने स्वागत उद्बोधन दिया। अध्यक्ष के सी गुप्ता ने सीनियर सिटीजन सोसायटी का परिचय कराया। मित्तल हॉस्पिटल के जनसंपर्क प्रबंधक संतोष गुप्ता ने मित्तल हॉस्पिटल के सेवाओं और स्वास्थ्य पर चर्चा आयोजन पर प्रकाश डाला। शिविर में सीनियर सिटीजन महेशचंद शर्मा, गोपाल कृष्ण जिरोटा आदि सदस्यों का सहयोग रहा। उल्लेखनीय है कि शिविर का आयोजन ‘स्वच्छ अजमेर-स्वस्थ अजमेरÓ अभियान में अजमेर के प्रत्येक नागरिक की सहभागिता सुनिश्चित करने तथा इसके लिए उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

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