वट वृक्ष क्यों नहीं लगाते?

vatvrikshवट वृक्ष यानि बड़ का पेड़ यानी बरगद बहुत बड़ा और घना होता है और लंबी आयु तक रहता है । हमें अपने इस शहर में ही ऐसे अनेक बहुत पुराने बरगद दिखाई दे जाएंगे जो आज भी शान से खड़े घनी छाया देने के साथ साथ सैकड़ो पक्षियों को आश्रय दे रहे हैं । जल सरंक्षण में भी इस वृक्ष का योगदान रहता है ।इस पेड़ के साथ जुड़ी धार्मिक भावनाओं और किवदंतियों के कारण इसे काटा नहीं जाता पर शायद किसी ऐसी ही किवदंती के कारण इसे लगाया भी नहीं जाता जिसमे यह मान्यता है कि यह पेड़ इसे लगाने वाले के उम्र का कुछ हिस्सा खाकर ही शतायु होता है । कई लोग इसमें भूत प्रेत का वास भी मानते हैं । अब किवदंती की बात करें तो छींक और काली बिल्ली से तो रोज ही सामना होता है और अब हम इनसे प्रभावित भी नहीं होते । तो फिर बरगद का पेड़ लगाने पर इस पीढ़ियों पुराने अघोषित बैन को भी क्यों माना जाएघ्व्यावहारिक रूप से देखें तो बड़ का पेड़ बहुत जगह घेरता है और इस से सटे भवनों आदि को नुकसान पहुंचा सकता है । तो फिर इसे खुली जगहों में तो लगाया ही जा सकता है ।
यह तस्वीर सागर विहार में लगे एक शानदार बरगद की है । यदि आप भी किसी ऐसे पेड़ को जानते हैं तो वहां ज़रूर जाएँ और इसके अंदर बसी अनूठी दुनिया को महसूस करें और उस पेड़ की फ़ोटो शेयर करें ।

अजमेर के इंजीनियर व जाने माने बुदिृधजीवी अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार

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