शहर जिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को फैक्ट फाइडिंग रिपोर्ट भेजी

विजय जैन
विजय जैन
अजमेर 17 मई। शहर जिला कांग्रेस ने जेएलएन अस्पताल अजमेर में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण पिछले दो दिनों में 8 नवजात शिशुओ की मौत के मामले मे मुख्यमंत्री को फैक्ट फाइडिंग रिपोर्ट भेजी है। संगठन ने मंगलवार को इस गम्भीर हादसे पर चिकित्सा मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़ के गैर जिम्मेदाराना रवैयै से क्षुब्ध होकर चिकित्सामंत्री का पुतला दहन किया।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जेएलएन अस्पताल मे डॉक्टरों की लापरवाही से लगातार 8 बच्चों की मौत होना एक गम्भीर हादसा है और चिकित्सा विभाग का मंत्री होने के बावजूद रोजेन्द्र सिंह राठौड़ का मृतकों के परिजन की सुध तक नहीं लेना निंदा का विषय है। अजमेर से सरकार मे प्रतिनिधित्व कर रहे दोनों मंत्री मासूम बच्चों की मौत पर उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करने के बजाऐ मामले गम्भीर लापरवाहियों के बावजूद दोषी डाक्टरों के बचाव मे कुतर्क कर रहे है। इसका नतीजा यह सामने आया कि अस्पताल की व्यवस्थाऐं सुधरने के बजाऐ षिषुओं के मरने का सिलसिला जारी है।
मंगलवार को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का पूरे मामले पर एक फैक्ट फाईडिंग रिपोर्ट भेजी है जिसमे बताया गया कि डाक्टरों एवं अस्पताल प्रबंधन जबरदस्त लापरवाही के कारण 8 मासूम बच्चे काल का ग्रास बने और घटना के बाद से ही अस्पताल प्रबंधन इस मामले में लिपापोती करने की कोशिश में लगा है इसी लिये सभी मृतक नवजात बच्चों के परिजनों को शव देकर रवाना कर दिया गया है ताकी मौत के कारणों का पता नहीं लग सके।
पिछले जनवरी से लेकर 15 मई तक षिषु विभाग मे 182 नवजातों की मौत हुई है अस्पताल में कई बार बुलाने पर रेजीडेंट्स मरीज को देखने आते हैं। नवजात की हालत ज्यादा क्रिटिकल होने के बावजूद ऑन कॉल सीनियर डॉक्टर को नहीं बुलाया जाता है। शिशु रोग विभाग में शिशुओं की ज्यादातर मौतें रात में ही हुई है इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि ईकाई की पूरी व्यवस्था जूनियर रेजीडेंट्स के हाथों में होती है। रात में इस अस्पताल में कोई सीनियर डॉक्टर नहीं रहता, बीमार शिशुओं को देखने की जिम्मेदारी फर्स्ट ईयर, सैकंड ईयर और थर्ड ईयर रेजीडेंट के भरोसे होती है।
8 मासूमो की मौत होने वाला बड़ा हदसा होने के बावजूद विभाग के मंत्री का अजमेर नही आकर बाईपास से निकल जाना सरकार की जनता के प्रति असंवेदनषीलता दर्षाता है। चिकित्सामंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ की इसी गैर जिम्मेदाराना हरकत के विरोध स्वरूप मंगलवार को सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकताओं ने गांधी भवन पर पुतला दहन कर विरोध प्रर्दषन किया। कार्यर्ताओं ने राठौड़ के खिलाफ जमकर नारेबाजी का विरोध प्रर्दषन किया।
पुतला दहन और प्रर्दषन में महेन्द्र सिंह रलावता, ललित भाटी, हेमंत भाटी, कुलदीप कपूर, प्रमिला कांषिक, सुकेष कांकरिया, अंकुर त्यागी, प्रताप यादव, ललित भटनागर, राजेन्द्र नरचल, बिपिन बैसिल, अमोलक छाबड़ा, अजय तैंगौर, शैलेन्द्र अग्रवाल, शैलेष गुप्ता, अषोक बिंदल, सबा खान, लोकेष शर्मा, द्विव्येन्द्र जादौन, सत्यनारायण डिडवानियां, यासिर चिष्ती, शब्बीर खान, अनुपम शर्मा, सौरभ बजाड, कैलाष कौमल, चंदन सिंह, द्रोपदी देवी, निर्मल बैरवाल, सुनिल मातियानी, मनीष सेठी, माहित मल्होत्रा, सुनिल लारा, षिवराज भडाना, दीपक धानका, जय गोयल, महेष भाटी, दिनेष वासन, गंगा गुर्जर, योगेष ढेबाना, दिनेष के शर्मा, अब्दुल रषीद, शमषुद्दीन, इष्वर राजोरिया, अभिषेक सैमसंन, राजू सतलानियां, सननी रायपुरिया, केसी जोनवाल, मनोज कंजर, कुलदीप सिंह नांद, नवीन भाटी, अभिलाषा विष्नोई, अरूणा कच्छावा, रष्मि हिंगोरानी, विष्वास तंवर, कमल गंगवाल, राकेष धाबाई, राकेष टेपण, लक्ष्मणदास तोलानी, राजकुमार जैन, बालमुकूंद टांक, महेन्द्र धानका, हरिप्रसाद जाटव, सूरज गुर्जर, हेमराज बारोलिया सहित सैकड़ों कांग्रेसी शामिल थे।

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