श्री गोयल ने जिले के नगरीय निकायों से स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत कराए जाने वाले कार्यों को क्रियान्वित करने के लिए समस्त नागरिकों का सक्रिय सहयोग लेने के लिए कहा। नगरीय निकायों के क्षेत्रा को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए व्यक्तिगत शौचालयों, सामूदायीयक शौचालयों तथा ठोस अपशिष्ट निस्तारण पर ध्यान देने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने जिले की समस्त नगरीय निकायों को अभियान स्तर पर वार्ड पार्षद को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाकर खुले में शौच से मुक्त वार्ड बनाने के लिए कहा वार्ड के शौचालय विहिन परिवारों की सूची वार्ड में चस्पा करने के साथ अभियान की शुरूआत की जाए। वार्ड में निर्धारित समय तथा स्थान पर शौचालय विहिन परिवारों के आवेदन प्राप्त किए जाए तथा शौचालय निर्माण की प्रक्रिया मौके पर ही शुरू करवायी जाए। नगरीय निकाय स्तर पर प्रथम तीन खुले में शौच से मुक्त वार्डों के पार्षद तथा वार्ड प्रभारी को जिला कलक्टर द्वारा सम्मानित किया जाएगा साथ ही इन वार्डों को विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त राशि भी उपलब्ध करवायी जाएगी।
थीम आधारित स्वच्छता ड्राईव के आधार पर होगी जिले की सफाई
जिला कलक्टर श्री गोयल ने कहा कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत थीम आधारित स्वच्छता ड्राईव के आधार पर सफाई की जाएगी। इसमें प्रत्येक पखवाड़े के लिए विशेष कार्य सम्पादित किए जाने का प्रावधान है। जून माह के प्रथम पखवाड़े में पार्कों, पशुघरों तथा वन्य जीव जन्तुओं के आश्रय स्थलों की सफाई की जाएगी। जून माह की 16 से 30 तारीख तक निजी संगठनों एवं कॉर्पोरेट क्षेत्रा पर ध्यान केन्द्रीत किया जाएगा। इसके पश्चात एक जुलाई से 15 जुलाई तक हाउसिंग सोसाईटियों एवं 15 जुलाई से 31 जुलाई तक नगरीय निकायों में स्वच्छता ड्राईव अपनायी जाएगी। अगस्त माह में प्रथम पखवाड़ा राष्ट्रीय सेवा योजना तथा नेशनल केडिट कोर एवं द्वितीय पखवाड़ा खेल संघों पर केन्द्रीत होगा। सितम्बर का प्रथम पखवाड़ा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में शिक्षकों पर केन्द्रीत किया गया है तथा द्वितीय पखवाड़ा पर्यटन स्थलों पर फोकस होगा।
उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह में 15 तारीख तक जिले के समस्त शहरों में साफ-सफाई का अभियान चलाया जाएगा। इसके पश्चात 31 तारीख तक होटलों, भोजनालयों तथा रेस्टोरेन्टों पर ध्यान केन्द्रीत किया जाएगा। नवम्बर माह के प्रथम पखवाड़े में विद्यार्थियों का स्वच्छता से जुड़ाव बढ़ाया जाएगा तथा द्वितीय पखवाड़े में कच्ची बस्तियों तथा सार्वजनिक शौचालयों पर आधारित स्वच्छता ड्राईव अपनायी जाएगी। इसी प्रकार मार्च 2017 तक विभिन्न विषयों पर केन्द्रीत स्वच्छता ड्राईव अपनाकर स्वच्छ भारत अभियान को साकार किया जाएगा। उन्होंने निर्देशित किया कि समस्त नगरीय निकाय थीम बेस्ड ड्राईव के सम्पूर्ण पाक्षिक टाईम टेबल को निकाय भवन में लगाए तथा शहरवासियों के सहयोग से इस अभियान को पूर्ण करें।
जिले के समस्त विद्यालयों में होगी एक साथ सफाई
बैठक में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती दर्शना शर्मा ने अवगत कराया कि थीम बेस्ड ड्राईव के अन्तर्गत तोपदड़ा स्थित शिक्षा संकुल के परिसरों को साफ किया गया है। इस दौरान कार्यालयों के मुख्य द्वारों पर जन सहयोग से काउ कैचर लगाकर परिसरों को चौपायों मुक्त किया गया है। जिले के समस्त विद्यालयों को 18 जून से खोला जाएगा। इस दिन जिले के समस्त विद्यालयों के परिसर, भवन, रसोई तथा पानी की टंकी को एक साथ साफ किया जाएगा।
स्वयं सेवी संगठनों के मांगे प्रस्ताव
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत जन भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए स्वच्छता के क्षेत्रा में कार्य करने के इच्छुक गैर सरकारी संगठनां, स्वयं सेवी संगठनों तथा संस्थानों के प्रस्ताव मांगे गए हैं। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में स्वेच्छा से भाग लेने वाले संगठन संबंधित नगरीय निकाय अथवा कलेक्ट्रेट में सात दिवस के भीतर किए जाने वाले कार्य की विस्तृत रूपरेखा के साथ प्रस्ताव भिजवा सकते है।
श्री गोयल ने बैठक के दौरान शहरों का सफाई, सिवरेज, बेसहारा पशु तथा स्ट्रीट लाईटों की तरफ विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बेसहारा पशुओं की धरपकड़ करके उनको पशुओं की सेवा करने वाली संस्थाओं के माध्यम से देखभाल सुनिश्चित की जाए। शहरों में पार्क विकसित करके उनमें लॉन तथा स्थानीय प्रजातियों के वृक्ष लगाए जाएंगे। पार्कों में एक किड्स प्ले जोन निर्मित किया जाए। जहां बच्चों के लिए झूले तथा अन्य खेल के साधन उपलब्ध हों। पार्कों में भामाशाहों के सहयोग से पर्याप्त बैंच लगायी जाए। शहरों के अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, गौरव पथ तथा यातायात के अधिक भार वाले स्थानों को नो वैण्डिंग जोन घोषित किया जाए।
इस अवसर पर जिले की समस्त नगरीय निकायों के पदाधिकारी तथा राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।