बारहवीं में 85 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले 17 हजार बच्चों को लैपटाॅप दिए जाएंगे- मुख्यमंत्री श्री चैहान
रायसेन / / 15 जून 2016 / प्रदेश में बारहवीं कक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले लगभग 17 हजार छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप उपलब्ध कराए जाएंगे। ताकि वे उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने के लिए अद्यतन जानकारियों से अवगत रहें। इस आशय की घोषणा आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने रायसेन जिले के सिलवानी में आयोजित राज्य स्तरीय स्कूल चलें अभियान के शुभारंभ अवसर पर की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जिन बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया था उन्हें भी इस साल लैपटाॅप प्रदान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा कोष बनाया जा रहा है। इस कोष के माध्यम से ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता दी जाएगी जो आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। आर्थिक कारणों से कोई भी बच्चा उच्च शिक्षा से वंचित न रहे, यह शासन का लक्ष्य है।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके, इसके लिए शासन ने विशेष कदम उठाए हैं। इस बार शासन द्वारा एक गांव से दूसरे गांव पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को सीधे साईकिलें प्रदान की जाएगीं। पहले विद्यार्थियों के अभिभावकों के खाते में राशि जमा करा दी जाती थी। किन्ही परिस्थितियोंवश सभी विद्यार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पाता था। इसलिए व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। स्कूली बच्चों को मिलने वाली यूनीफार्म के पैसे अभिभावकों के खाते में जमा कराए जा रहे हैं। श्री चैहान ने प्रदेश के विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहा कि वे एकाग्रचित होकर अध्ययन करें, उन्हें जरूरत की सभी सुविधाएं शासन उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों की बौद्धिक क्षमताओं को पूरा विकास हो, वह जिम्मेदार नागरिक बनें। अपने देश और प्रदेश से प्यार करें तथा यहां की महान संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। इसके लिए प्रदेश भर में प्रेरकों का सहयोग भी लिया जाएगा। इस बार के परीक्षा परिणामों से स्पष्ट है कि प्रदेश के शासकीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ा है, गुणवत्ता बढ़ी है। इस बार सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम जहां 57 प्रतिशत से अधिक रहा वहीं निजी स्कूलों का परिणाम लगभग 49 प्रतिशत ही रहा।
इस अवसर पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन ने स्कूल चलें हम अभियान का शुभारंभ करते हुए प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी बच्चा चाहे उसका सामाजिक आर्थिक स्तर कुछ भी हो, स्कूल जाने से वंचित न रहे। उन्होंने मेरिट में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। कार्यक्रम को वन मंत्री डाॅ गौरीशंकर शेजवार, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री दीपक जोशी, राजस्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, पर्यटन मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने प्रतीक स्वरूप स्कूल की घंटी बजाकर वर्ष 2016 के स्कूल चलें हम अभियान की शुरूआत की। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कक्षा दसवीं और बारहवीं के प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान भी किया। उन्होंने बाल विवाह से इंकार कर आगे पढ़ने का निर्णय लेने वाली बालिका नेहा विश्वकर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया। प्रारंभ में आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने अभियान की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में जिले के दूरदराज क्षेत्रों से आए स्कूली बच्चे, अप्रवेशी छात्र-छात्राएं, एसीएस श्री एसआर मोहंती, भोपाल संभाग के आयुक्त श्री एसबी सिंह, कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव, एसपी श्री दीपक वर्मा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शिक्षक की भूमिका में नजर आए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान सिलवानी में आयोजित स्कूल चलें अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम के पश्चात पास के ही स्कूल में वे एक शिक्षक की भूमिका में नजर आए। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने बच्चों को प्रेरणादायी कहानिया सुनाई तथा अपने लक्ष्य पर एकाग्र होकर ध्यान केन्द्रित करने की बात कही। उन्होंने बच्चों से खूब मेहनत करने और आगे बढ़ने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चैहान द्वारा कौरव और पाण्डवों के गुरू द्रोणाचार्य द्वारा लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करने की कहानी सुनाई गई। कहानी सुनाने के बाद उन्होंने इस कहानी का सारांश बताते हुए बच्चों से पूरी लगन से पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करने की बात कही।
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने दूसरी कहानी एक महिला द्वारा गांधी जी के पास अपने बच्चे के गुड़ खाने की आदत छुड़ाने को लेकर कहानी सुनाई गई। इस कहानी के माध्यम से उन्होंने शिक्षकों को भी यह संदेश दिया कि वे जो उपदेश या शिक्षा छात्रों को दे रहे हैं तो स्वयं भी उसका पालन करें। उन्होंने ब्लैक बोर्ड पर कुछ अंक लिखकर बच्चों से उनके बारे में पूछा और गणित का सवाल भी पूछा। उन्होंने बच्चों को गले लगाया और चाॅकलेट भी दीं।
कक्षा तीसरी में पढ़ने वाले सुमित ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री चैहान को एक चिठ्ठी देते हुए अवगत कराया कि उसके माता-पिता का देहांत हो गया है और वह आगे पढ़ना चाहता है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने उसे गले लगाते हुए कहा कि अब उसकी पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी सरकार की है और वह बिना किसी कठिनाई के आगे पढ़ेगा। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिग्स देखीं और सराहना की। बच्चों ने ज्यादातर पेंटिंग पर्यावरण और जल संरक्षण पर बनाई थीं।
सिलवानी बेगमगंज को दी सौगात
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने 26 करोड़ 78 लाख रूपए की राशि से तहसील बेगमगंज में टेकापार खुर्द जलाशय बनाने की स्वीकृति देने की बात कही। उन्होंने मउआखेड़ा, कलांघरेटी, सुल्तानगंज तथा सिलवानी मार्ग पर सेमरी नदी पर पुल की मांग पर चार करोड़ रूपए की लागत से पुल बनाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने सेमरी जलाशय बांध से समूह नल-जल योजना बनाने की मांग पर बेगमगंज और गैरतगंज के 81 गांव में समूह पेयजल योजना के माध्यम से पाईप लाईन बनाकर घरों में नल से पानी देने की बात कही। उन्होंने सबको घर योजना के अंतर्गत सिलवानी में पांच करोड़ रूपए की लागत से 100 मकान बनाने की योजना को स्वीकृति दी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री चैहान ने सिलवानी नगर परिषद के लिए एक करोड़ रूपए की राशि तथा शहरी सुधार कार्य के लिए 30 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने बम्होरी में पशु चिकित्सालय बनाने तथा भदूरिया चंदन पिपलिया माध्यमिक स्कूल का हाईस्कूल में उन्नयन करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने बेगमगंज नगर पालिका को भी एक करोड़ रूपए की राशि देने की बात कही। उन्होंने सिलवानी में पोस्ट मैट्रिक छात्रावास खोलने तथा अगले वर्ष सिलवानी और बेगमगंज दोनों में आईटीआई प्रारंभ करने की भी घोषणा की।
