मेनिया बेरिया एनिकट पहली बारिश में भरा

जल संरक्षण व संग्रहण के अथक प्रयास को मिली सफलता

ग्राम पंचायत नून्द्रीमालदेव स्थित मेनिया बेरिया एनिकट प्रथम दौर की वर्षा के बाद पर्याप्त जलराशि को संग्रहित रखे हुए
ग्राम पंचायत नून्द्रीमालदेव स्थित मेनिया बेरिया एनिकट प्रथम दौर की वर्षा के बाद पर्याप्त जलराशि को संग्रहित रखे हुए
ब्यावर, 11 जुलाई। मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जवाजा पंचायत समिति की चयनित ग्राम पंचायतों में अभूतपूर्व कार्य हुए है और इसके परिणाम भी प्रत्यक्ष रूप से नजर आने लगे है। ग्राम पंचायत नून्द्रीमालदेव में मेनिया बेरिया एनिकट की मरम्मत व जीर्णाेद्धार कार्य के बाद वर्षा के पहले दौर में ही इस एनिकट में पर्याप्त जलराशि आ गई है, जिससे जल संरक्षण व संग्रहण के अथक प्रयास सफल होते नजर आ रहे है।
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत ग्राम पंचायत नून्द्रीमालदेव में स्थित मेनिया बेरिया एनिकट की मरम्मत व जीर्णोद्धार का कार्य 4 जून 2016 को स्वीकृत राशि 9 लाख 28 हजार के द्वारा प्रारंभ किया गया, जिसके फलस्वरूप एनिकट की पाल की मरम्मत, एनिकट से मिट्टी निकालना, भराव क्षमता बढ़ाना आदि कार्यों को 5 जुलाई 2016 को पूर्ण कर लिया गया।

मेनिया बेरिया एनिकट की भराव क्षमता बढ़ाई
सहायक अभियंता ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि मेनिया बेरिया एनिकट की मरम्मत व जीर्णाेद्धार कार्य के बाद इसकी भराव क्षमता में ईजाफा हुआ है, एनिकट में अब 13.86 टी.सी.एम. जल का संग्रहण किया जाना संभव हो सका है।
उन्होंने बताया कि जीर्णाेद्धार व मरम्मत से पूर्व एनिकट क्षतिग्रस्त होने के कारण जल भराव नहीं हो पाता था जबकि इस एनिकट की भराव क्षमता 13 हजार 860 घनमीटर थी, लेकिन इसके जीर्णोद्धार कार्य के दौरान इसकी गहराई को बढ़ाया गया जिससे इसकी भराव क्षमता अब 20 हजार 610 घनमीटर हो गई है। इस प्रकार यह एनिकट पहली वर्षा में ही भराव क्षमता के करीब पहुंच गया है जिससे क्षेत्रा के वातावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

कंुए रिचार्ज होंगे
सहायक अभियंता श्री मिश्रा ने बताया कि मेनिया बेरिया एनिकट में भराव क्षमता के अनुरूप पर्याप्त जलराशि एकत्रा होने से क्षेत्रा के वातावरण में काफी बदलाव आएगा। इस एनिकट के नजदीक मौजूद लगभग 24 कंुए रिचार्ज होंगे और पेयजल उपलब्ध हो सकेगा, साथ ही मवेशियों के लिए भी पर्याप्त जल मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस एनिकट के आसपास के क्षेत्रों में हरा-भरा वातावरण गर्मी के मौसम में भी बना रहेगा।–00–

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