एक वर्ष में ही अब तक किये १४४ ऑपरेशन.
डॉ. भारत सिंह गहलोत ने पिछले साल सेवा निव्रती पश्चात क्षेत्रपाल मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं शुरू की और अब तक १४४ ओपरेशन का आंकडा पूरा कर लिया है.
रिटायरमेंट के बाद उन्हें ये मलाल था सम्पूर्ण राजस्थान की चल चिकित्सा इकाई के निदेशक के रूप में रहते हुए उन्होंने जो आयाम दूरबीन द्वारा महिला नस बंदी व बिना चीरा लगाए पुरुष नस बंदी के क्षेत्र में हासिल किये थे तो उनका ये कार्य प्राइवेट में भी जारी रह सकेगा या नहीं. उनका ये सपना पूरा किया डॉ. रमेश क्षेत्रपाल ने, अस्पताल को इस सर्जरी हेतु मान्यता दिला कर. डॉ. भारत ने अब तक दूरबीन द्वारा महिला नस बंदी व बिना चीरा लगाए पुरुष नस बंदी के १२२ सहित कुल १४४ ऑपरेशन कर दिए हैं.
कोई चुनौती पूर्ण ऑपरेशन किया क्या? इसके जवाब में बताया की चाय का ठेला चलाने वाले ३४ वर्षीय, जीतेन्द्र भगवान्दास मनचंदानी को बहुत ही सीरियस हालत में पीछ्ले माह लाया गया था, उसके सर में चोट, पसलियों के फ्रैक्चर, कान से रक्त स्त्राव, सर में फ्रैक्चर के अलावा सीटी स्कैन करने पर स्प्लीन (तिल्ली) फटी हुई पाई गयी, जिससे पेट में खून भर गया था. नब्ज व ब्लड प्रेशर बहुत लो थे व बचने की उम्मीद न के बराबर थी. रिश्तेदारों ने जब ये कह दिया की हमें आप पर पूरा विश्वास है, जिए या मरे, आप ऐक बार कोशिश करें. तत्पश्चात उसे ६ यूनिट खून चढ़ाया गया व स्प्लीनेक्टोमी जैसे जटिल ऑपरेशन द्वारा तिल्ली को निकाल दिया गया. फिट होने पर ६ दिन बाद उसे घर भेज दिया गया.
फोन पर मरीज की पत्नी हर्षा ने मुझे बताया की इश कृपा से अब उसका पति पूर्णतया स्वस्थ है. उसे ४ दिन बाद वह चेक उप हेतु लेकर क्षेत्रपाल हॉस्पिटल आएगी.
ऐसे सेवा भावी, चुनौती से न डरने वाले, सच्चे सर्जन का अजमेर में स्वागत है. हम सब की शुभकामनाएँ है की वे अपने अनुभव से पीड़ितों की अधिक से अधिक सेवा करते रहें व इश्वर उन्हें स्वस्थ रखे.
डॉ. अशोक मित्तल, ०६-०८-२०१६
सीनियर ओरथोपेडीक सर्जन.
मेडिकल जर्नलिस्ट, मास्टर इन जर्नालिस्म एंड मास कम्युनिकेशन
