गोपालसिंह रावतपुरा
अजमेरनामा जैसलमेर-जैसलमेर के सीमावर्ती इलाके से एक जासूस को हिरासत में लिया गया है। इसका नाम नंदलाल महराज है। सूत्रों के मुताबिक, ये जासूस खिप्रो सानगढ़ पाकिस्तान का रहने वाला है। नंदलाल ने पूछताछ में ये कबूल किया है कि आतंकी हमले को अंजाम देने के मकसद से पाकिस्तान से 35 किलो RDX भारत लायी गई है। हालांकि, अब तक ये पता नहीं चल पाया है कि इसके हाथ से निकला आरडीएक्स कहां-कहां पहुंचा है।
नंदलाल के साथी हुए फ़रार
नंदलाल के साथी इसकी गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही फरार हो गए हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए कवायद की जा रही है। इसके पास पाकिस्तान का पासपोर्ट और वीजा है लेकिन जिस प्रतिबंधित स्थान से इस नागरिक को पकड़ा गया है उस स्थान पर आने का वीजा नहीं है और न ही जिला प्रशासन की अनुमति है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान से लगती पाकिस्तान सीमा से अलग-अलग जगहों से अब तक 35 किलो आरडीएक्स भारत में बम ब्लास्ट के लिए पहुंचा चुका है। आईबी, रॉ और राजस्थान के इंटेलिजेंस एजेंसी ने इस नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
डायरी से खुले राज
गिरफ्तार पाकिस्तानी एजेंट के पास से एक डायरी भी बरामद हुई है, जिसमें सारे डिटेल लिखे हैं। इसमें लिखा हुआ कि कब-कब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इसके खाते में पैसे डालती थी। इसके काम के बदले आईएसआई 60-70 हजार तक देती थी। जानकारी के मुताबिक, 26 साल के इस आरोपी के पास से दो मोबाइल और दर्जनों पाकिस्तानी सिम कार्ड मिले हैं। इसके अलावा इस जासूस के पास से सैटेलाइट फोन भी मिले हैं। ये रेगिस्तानी और सुनसान इलाके का फायदा उठाकर सैटेलाइट फोन से पाकिस्तानी हैंडलर से बात कर लेते हैं।
लालच में बना पाकिस्तानी एजेंट
नंदलाल का पूरा परिवार पाकिस्तान में है। नंदलाल महराज पाकिस्तान में टेक्सटाइल का शोरुम चलाता है लेकिन पैसों के लालच में ये पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के लिए तैयार हो गया।