अजमेर 4 सितम्बर। कॉलेज चुनावों के नतीजों के बाद पुलिस द्वारा कांग्रेसियों पर किए गए लाठीचार्ज प्रकरण में आईजी मालिनी अग्रवाल के आदेष पर भीलवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने रविवार को जांच शुरू कर प्रकरण से जुड़े पक्षों के ब्यान दर्ज किये।
भीलवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति स्वरूप शर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल रविवार को अजमेर पहुंचा और थाना सदर कोतवाली में राजकीय महाविद्यालय में छात्र संघ चुनावों के नतीजों के बाद कांग्रेसजनों, छात्रों व आमजन पर पुलिस द्वारा किये गऐ लाठीचार्ज की जांच शुरू की जांच दल में अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक के अलावा एक पुलिस निरिक्षक एवं एक उप निरिक्षक स्तर के अधिकारी को शामिल किया गया है। शर्मा ने लाठीचार्ज में घायल कांग्रेसियों एवं प्रत्यक्षदर्षियों के ब्यान दर्ज किये।
शहर कांग्रेस के अध्यक्ष विजय जैन ने जांच अधिकारी को प्रकरण से जुड़े दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध करवाऐ जिसमे लाठीचार्ज की विभिन्न चैनलो पर दिखाऐ कवरेज के विडियो फूटेज, लाठीचार्ज में घायलों की मेडिकल रिपोर्ट, एक्स-रे रिपोर्ट, घटना स्थल के फोटो व लाठीचार्ज के विडियो फूटेज शामिल हैं। जांच अधिकारी ने शहर कांग्रेस के दल के साथ घटना स्थल का निरिक्षण कर मौका मुआयना किया। जांच अधिकारी से मिले कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने अविलम्ब निष्पक्ष जांच का निष्कर्ष पुलिस महानिरिक्षक के समक्ष प्रस्तुत करने की मांग की ताकी दोषी पुलिस कर्मीयों के खिलाफ कार्यवाही हो सके।
उल्लेखनीय है शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में कांग्रेसियों का एक षिष्ठमंडल ने आईजी मालिनी अग्रवाल से मिलकर जिले से बाहर के पुलिस अधिकारी से प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की थी इसी सिलसिले में पुलिस महानिरिक्षक मालिनी अग्रवाल ने मामले पर तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश देकर भीलवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति स्वरूप शर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया है।
शहर कांग्रेस के अध्यक्ष विजय जैन ने आरोप लगया कि प्रदेश में सत्तारूढ़ दल होने के कारण सरकार के इशारे पर बदले की भावना को दिमाग में रखते हुऐ योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने यह हरकत की है। उन्होने लाठीचार्ज में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुऐ इस मामले को पूर्व में हुऐ जे.एन.यू. में हुई घटना से जोड़ते हुऐ कहा की जिस तरह जे.एन.यू. में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों द्वारा नारेबाजी की थी और पुलिस ने कार्यवाही अन्य छात्र संगठनों के नेताओं की ठीक उसी तरह कॉलेज चुनाव परिणमों के दिन एबीवीपी से जुड़े छात्र भी राजकीय महाविद्यालय के बाहर अपनी पराजय से इतने हताष थे की उन्हाने परिणाम आते ही नारेबाजी करते हुऐ पथराव शुरू कर दिया और पुलिस ने बरर्बता पूर्वक उन लोगों को लाठीचार्ज का षिकार बनाया जो एन.एस.यू.आई. की जीत का जष्न मना रहे थे।
जांच अधिकारी से मुलाकात कर तथ्य सौंपने वालों में विजय जैन के अलावा हेमंत भाटी, फकरे मोईन, सुकेष कांकरिया, शैलेन्द्र अग्रवाल, अषोक बिंदल, नौरत गुर्जर, बिपिन बैसिल, मुजफ्फर भारती, महेष चौहान, अंकुर त्यागी, सुनिल मोतियानी, सर्वेष पारिक, पार्षद चंदन सिंह, निर्मल बैरवाल, मनीष सेठी, सुनिल धानका आदि शामिल थे।
