sohanpal singhएक ओर तो अलगाव वादी नेताओं ने घाटी को नर्क बनाया हुआ है उनके उसकावे पर घाटी में लोग पाकिस्तानी झंडे फहराते है सुरक्षबलों पर पत्थर बरसाते है जिसमे हजारो सुरक्षा बल के जवान घायल हुए है है और हजारों ही नागरिक पैलेट गन से मौत जिंदगी के बीच झूल रहे है । 60 दिन यानि दो महीने हो गए हैं घाटी में निरंतर कर्फ्यू लगा हुआ है व्यापर चौपट हो चूका है स्कूल कॉलेज बंद पड़े है बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है , पर्यटन व्यवसाय पर निर्भर लोग खून के आंसू रो रहे है , लेकिन भारत सरकार उन्ही देश द्रोही अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा और सुविधा पर करोड़ों रुपया खर्च कर रही है उनको अलग से सुरक्षा कर्मी सुरक्षा देते हैं , ये कैसा मजाक है ? क्या इस देश में दो कानून चलते है , एक ओर तो कुछ कथित देश द्रोही आजादी के केवल नारे लगाने वाले छात्र नेता को देश द्रोह के केस में जेल में ठूंस दिया जाता है दूसरी ओर खुल्लम खुल्ला देश द्रोह का बिगुल बजाने वालों को सरकार संरक्षण देती है लोकतंत्र के नाम पर लोकतंत्र के दुश्मनो पर करोड़ों रुपया खर्च किया जाता है ये कैसा विरोधाभास है ? जनता को बेवकूफ बनाने का ये कौन सा फार्मूला है ? इस लिए भारत की सरकार खासकर गृह मंत्री को जनता को यह बताना चाहिए कि इन देश द्रोहियों पर सरकारी खजाने से क्यों और कैसे धन लुटाया जा रहा है ? इसको तुरंत ही बंद किया जाना चाहिए ?