राजीनामे के प्रयास से लंबित न्यायिक प्रकरणों में कमी लाना संभव

zz(फ़िरोज़ खान)बारां, 8 सितम्बर। समाज में परस्पर स्वीकार्यता के साथ ही राजीनामे के भाव पैदा करने से अदालतों में बकाया चल रहे प्रकरणों की समस्या का समाधान संभव है। राजीनामे के भाव पैदा करने के लिए स्कूल सबसे उपयुक्त स्थान है जहां पर बच्चों में यह भावना पैदा कर भविष्य के समाज का निर्माण किया जा सकता है। यह बात मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता गुप्ता ने स्टेशन रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में स्कूली छात्रों एवं अध्यापकों को संबोधित करते हुए कही।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आयोजित विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से जागरुकता पैदा करने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में आयोजित इस शिविर में एसीजेएम मोहनलाल जाट ने छात्रों को विभिन्न कानूनों से जुड़ी जानकारियां प्रदान की। प्राधिकरण सचिव मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्वेता गुप्ता ने विभिन्न कानूनों एवं उनकी उपादेयता पर विस्तार से प्रकाश डाला। विभिन्न अदालतों में बरसों से लंबित न्यायिक प्रकरणों के के शीघ्र निस्तारण की आवश्यकता बताते हुए उन्होने कहा कि राजनामों को बढ़ावा देकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। व्यक्ति में सुलह का भाव एक जिम्मेदार नागरिक होने का अहसास कराता है और इसकी शुरुआत स्कूल स्तर से करनी चाहिए। छात्रों के नाजुक मन में राजीनामे एवं सुलह की भावना अभी से डालनी चाहिए ताकि आगे चलकर छोटे-मोटे मामले अदालतों तक नहीं पहुंचे और अनावश्यक बोझ से बचा जा सके। उन्होने छात्रों से बिना लाइसेंस व हेलमेट के दुपहिया वाहन चलाने पर होने वाली कानूनी कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए कानून का पालन करने की नसीहत दी। गरीबी उन्मूलन योजनाओं तथा जल संरक्षण से जुडी जानकारी देते हुए नशा मुक्त समाज के निर्माण का आह्वान किया। उन्होने कहा कि शिक्षण संस्थान के आसपास तम्बाकू एवं उसके उत्पाद बेचने पर कानूनन पाबंदी है जिसका पालन कड़ाई से किया जाना चाहिए। शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अमित सिंह हाड़ा सहित विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

विभिन्न प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन

विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विभिन्न कानूनी एवं सामाजिक विषयों पर वाद-विवाद, पोस्टर, खेलकूद, निबंध आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। गुप्ता ने छात्रों को इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने को प्रेरित किया। उन्होने बताया कि विद्यालय स्तर पर विजेता रहे विद्यार्थी आगे ब्लॉक फिर जिला एवं राज्य स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता हेतु पात्र होंगे। भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्राधिकरण की ओर से प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। खेल प्रतियोगिताओं में कबड्डी, खो-खो, बेडमिंटन, शतरंज, कैरम जैसे इंडोर खेलों की प्रतियोगिताएं होंगी।

सौर ऊर्जा संयंत्रों पर अनुदान योजना

बारां, 8 सितम्बर। सौर ऊर्जा आधारित पम्प संयंत्रों के तहत सभी श्रेणी के कृषकों को वर्ष 2015-16 व 2016-17 के तहत 3 व 5 एचपी के सौर ऊर्जा संयंत्र पर अनुदान का लाभ प्राप्त करने हेतु तीन श्रेणीयां निर्धारित की गई है।

सहायक निदेशक उद्यान सीताराम मीणा ने बताया कि जिन किसानों ने विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन कर रखा है लेकिन किसान विद्युत निगम की सूची से नाम कटवाकर सोलर सिस्टम लगाना चाहता है तो उसे 75 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। जिन किसानांे के पास विद्युत कनेक्शन नहीं है और व सोलर सिस्टम लगाना चाहता है उसे 60 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। ऐसे किसान जो विद्युत कनेक्शन भी रखना चाहते है और सोलर सिस्टम भी लगाना चाहते हैं उन्हें 30 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। लक्ष्य के बराबर आवेदन प्राप्त होने पर ’’पहले आओ पहले पाओ’’ के आधार पर अनुदान दिया जाएगा। इन योजनाओं के संबंध में उद्यान विभाग या दूरभाष नंबर 07453-237023 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

जिला स्तरीय जनसुनवाई में आए 17 परिवाद

बारां, 8 सितम्बर। जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन जिला परिषद सीईओ भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में गुरूवार को प्रातः 10 बजे से मिनी सचिवालय स्थित अटल सेवा केन्द्र में किया गया। जनसुनवाई में अतिरिक्त जिला कलक्टर वासुदेव मालावत, जिला रसद अधिकारी शंकरलाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

जनसुनवाई में कुल 17 परिवाद दर्ज किए गए जो राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, बैंक, सामाजिक न्याय एवं अधिकरिता विभाग आदि विभागों से संबंधित थे। इस मौके पर जिला कलक्टर ने समस्त अधिकारियों से राजस्थान सम्पर्क पर लंबित प्रकरणों के निस्तारण की कार्यवाही हेतु निर्देष दिए तथा प्रकरणों की मोनिटरिंग एवं आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्घारित समय सीमा में प्रकरणों पर कार्यवाही किया जना सुनिष्चित करने को कहा।

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