कीचड़ को ठेले में भर कर पंचायत मुख्यालय के द्वार पर डाल दिया

img-20160913-wa0020(फ़िरोज़ खान) बारां 13 सितम्बर शाहाबाद के नरिया मोहल्ले में कीचड़ से परेशान होकर विरोध का नया तरीका अपनाया। कीचड़ को ठेले में भर कर पंचायत मुख्यालय के द्वार पर डाल दिया। नरिया (पटवा)मोहल्ले से लेकर कटरा मोहल्ला तक पूरा रोड कीचड़ से भरा पड़ा है।
लोंगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसमें रात्रि में कठिन समस्या का सामना करना पड़ता है।
कस्बे का पूरा गन्दा ,वारिश का पानी इसी मोहल्ले में होकर निकलता है। कस्बे का पूरा गन्दा पानी नाली चोड़ी कम होने के कारण नालियों का पानी रोड पर आ जाता है। जो मलबे में परिवर्तित हो जाता है। जिससे मक्खी मच्छर बीमारी का कारणः बनरहे हैं। सोनू भार्गव के मकान से मनी बसोड के मकान तक कीचड़ भरा पड़ा है। मनी बसोड के मकान के यहां तो बदबूदार कीचड़ जिसमें सुअर पड़े रहते हैं। विजयसिंह के मकान से आगे गन्दे पानी का निकास नही होंने के कारण तलाईनुमा भराव हो रहा है।
सचिन शुक्ला की गली अशोक शर्मा की गली जगदीशराव (दरवाजे के पास) इन गलियों में सीसी व् पटान नही होने पर गलियों में बारह महीना कीचड़ बना रहता है। कई बार शिकायत की लेकिन किसी का कोई ध्यान नहीं है। कितने ही पंच सरपंच बनाये लेकिन बात अभी तक बनी नहीं। आस्वासन के आलावा बस कुछ नहीं मिला ।
आज डोल शोभायात्रा निकलने पर नरिया में सफाई की जारही थी। सूत्रों के अनुसार सफाई की सुचना पहले ही देदी गई थी। लेकिन आज मोहल्लेवासियों का सब्र का बांध टूट गया। जिससे ये उग्र आंदोलन करना पड़ा। नियमित सफाई नहीं होने के कारण वकील हेमराज नामदेव, वकील आजाद, मित्तल वरिष्ठ नागरिक महावीर शर्मा , गजेन्द्रनामदेव मोनू नामदेव कल्ला वैष्णव, बबलू कोली दर्जनों लोग की भीड़ थी। ठेले में भरकर पंचायत पर जाकर कीचड़ डाल दिया। सरपंच शारदा सहरिया ने बताया की पहले भी कीचड़ होता था। में दलित महिला होने का ही फायदा उठाया। इसीलिये सफाई कर्मी मेरी बात नहीं मानते। और किसी बाहर के लोगों को सफाई भी नही करने देते। विकास अधिकारी मेरी सुनवाई नहीं करते यही हाल सेकेट्री का है। विकास अधिकारी व् सेकेट्री मेरा कोई काम नही करते। में एस टी महिला होने के कारण दवाब बना कर रखते हैं।मेरी कोई बात नहीं मानी जाती है ।

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