हिन्दी सप्ताह के अन्तर्गत पुस्तक-प्रदर्षनी एवं संगोष्ठी

img_20160915_193035569_hdrकचहरी रोड़ स्थित अभिनव प्रकाषन द्वारा हिन्दी सप्ताह के अन्तर्गत हिन्दी के श्रेष्ठ साहित्यकारों एवं लेखकांे की पुस्तकें प्रदर्षित की गई। संगोष्ठी में देवदत्त शर्मा ने वाल्मीकि एवं तुलसी के माध्यम से मातृभाषा के महत्त्व को दर्षाते हुये एकमात्र हिन्दी को ही राष्ट्र भाषा स्वीकार किया। अनिल गोयल ने कहा कि हिन्दी अपने बल पर वैष्विक स्तर पर आवष्यक रूप मंे लोकप्रिय हो रही है। डॉ. विष्णुदत्त शर्मा, डॉ. चेतना उपाध्याय, डॉ. राजेष शर्मा, डॉ. बृजेष माथुर, अरुणा माथुर, गोविन्द भारद्वाज, राजेष भटनागर ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
अरुणा माथुर सचिव अन्तर्भारती ने कार्यक्रम का संचालन किया।
अनिल गोयल

error: Content is protected !!