आज दुःखी है सारे ।
गिने-चुने कुत्तों के हाथों ,
अनगिन जाते मारे ।
सबक सिखाएंगे, देखेंगे ,
कान थक गए सुनते ।
ऐसे कायर लोगों को ही,
आखिर क्यों हम चुनते ?
पानी सिर पर चढ़ आया है,
कुछ तो करना होगा ।
मोदीजी को इंदिरा जैसी ,
दुर्गा बनना होगा ।
-नटवर विद्यार्थी
