(फ़िरोज़ खान)बारां । किसानों को वर्तमान में खेती किसानी के लिए पानी की सख्त आवश्यकता है तथा इस हेतु बिजली की महत्वपूर्ण भूमिका है। सम्पूर्ण बारां जिले में बिजली की आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से लडखड़ाई हुई है, लेकिन नेता सत्ता के नशे में मदहोश होकर इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किसानों को अभी जमीन में रिलाई-पिलाई के लिए पानी की सख्त आवश्यकता है तथा इसके लिए थ्रीफेज बिजली उन्हें नहीं मिल पा रही है। भाजपा सरकार द्वारा किसानों से 10 घंटे नियमित थ्रीफेज बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया था लेकिन किसानों को दस तो क्या दो घंटे भी थ्रीफेज बिजली उपलब्ध नहीं करवायी जा रही है। मेघवाल ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा बिजली विभाग का निजीकरण कर प्राइवेट कंपनियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्हें आमजन एवं किसानों के हितों से कोई लेना-देना नही है। विद्युत कंपनियों द्वारा ऐसे बिजली के मीटर लगाए जा रहे है जो पहले से तीन गुणा अधिक बिजली की रिडिंग निकाल रहे है। इससे आमजन का जीना दुश्वार हो रहा है। 50-50 हजार रूपए की गरीब परिवारों की वीसीआर भरी जा रही है। मेघवाल ने कहा कि किसानों को अतिवृष्टि से हुए नुकसान के कारण बिजली के बिल माफ करने की सरकार ने घोषणा की थी लेकिन किसानों के बिजली के बिल माफ नही किए गए एवं उनकी तरफ राशि बकाया होने पर उनके ट्रांसफार्मर खोले जा रहे है। गांवों की लाईटे काट दी गई है जिससे आमजन पूरी तरह त्रस्त है।
मेघवाल ने कहा कि किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाने के कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधि इस ज्वलंत समस्या की ओर कोई ध्यान नही देकर सत्ता के नशे में मदहोश हुए पड़े है। उन्हें आमजन की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। मेघवाल ने जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता से मांग करते हुए कहा कि बिजली वितरण व्यवस्था में पांच दिवस में सुधार करे अन्यथा उनके द्वारा किसानों के हित में जन आंदोलन किया जाएगा।