द्वारा जिले भर में संचालित हो रहे भामाशाह सुविधा शिविरों में चिकित्सा विभाग द्वारा आई.ई.सी. स्टाल लगाकर जन जागरण किया जा रहा है। मंगलवार को बीकानेर शहरी क्षेत्र में सुथारों की बड़ी गुवाड़ के शिविर में सुबह से ही आमजन का भीड़ लगनी शुरू हो गई। संगणक मोहम्मद अयाज के साथ स्टाल पर आमजन को योजनाओं की जानकारी दे रहे जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि सामान्यतया भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की जानकारी देते ही लोगों का पहला सवाल यही होता है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में लाभार्थी कैसे बने ? क्योंकि योजना का लाभ सिर्फ एनएफएसए और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों के लिए है। सुविधा शिविर में एक ही छत के नीचे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा की जानकारी के साथ प्रशासन द्वारा एन.एफ.एस.ए. में नामांकन और भामाशाह सीडिंग की व्यवस्था से भटकाव की गुंजाईश समाप्त हो जाती है। जो व्यक्ति लाभार्थी की श्रेणी में होते हैं वो हाथों-हाथ अपना नामांकन एनएफएसए में करने हेतु प्रार्थना पत्र दे सकते हैं और जो पहले से एनएफएसए से जुड़े हैं वो अपने राशन कार्ड को भामाशाह कार्ड से लिंक करवा सकते है।
राजश्री योजना में बालिका जन्म पर कुल 50 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि का बैनर देखकर हर वो माता-पिता जिनके बेटी है, वो योजना की जानकारी लेने आते हैं लेकिन योजना उन्ही बालिकाओं के लिए लागू है जो 1 जून 2016 को या उसके बाद राजकीय चिकित्सालय में जन्मी हों।
मलेरिया-डेंगू से किया जा रहा सावधान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चैधरी ने जानकारी दी कि भामाशाह शिविरों में आम जन को विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ मलेरिया-डेंगू से सावधान भी किया जा रहा है। एंटीलार्वा गतिविधियों की जानकारी देकर सभी को इस सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने की अपील की जा रही है।
बुधवार को यहाँ लगेंगें शिविर
डॉ. चैधरी ने जानकारी दी कि बुधवार को ग्रामीण क्षेत्रों में छतरगढ़, बज्जू, राजासर भाटियान, पूनरासर, सुरपुरा, कक्कू में तथा शहरी क्षेत्रों में श्री डूंगरगढ़ व नोखा मे आयोजित शिविरों में विभाग द्वारा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की अपनी स्टाल लगाकर आमजन को योजना के प्रावधानों व लाभ लेने की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी।
— मोहन थानवी