फ़िरोज़ खान
कोटा, 3 अक्टूबर। नगर निगम कोटा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय दशहरा मेला 2016 के उपलक्ष में दशहरा मैदान परिसर स्थित श्रीरामरंगमंच पर सोमवार तीसरे दिन रामलीला का मंचन करते हुए जयश्री कृष्ण सेवा कला केंद्र मथुरा के कलाकार पात्रों ने मनमोहक मंचन किया। श्रीरामजन्मोत्सव के दौरान ऐसा लगा मानों हर तरफ खुशियों की बहार हो। संगीतमय माहौल में भय प्रकट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी…गुरू गृह गऐ पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब आई…जैसी चौपाईयों के बीच तालियों की करतल ध्वनि ने माहौल की फिजा ही बदल दी। जयश्रीराम के जयघोष गूंजते रहे। कलकार पात्रों ने श्रीरामजन्म नामकरण व विद्या अध्ययन की लीलाओं का बेहतर मंचन किया।
महाराज दशरथ के पुत्र नहीं होने पर मन की पीड़ा व गुरू वशिष्ट से मिलन के बाद पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ व अग्नि देव के प्रकट होने का जीवंत दृश्य का मंचन मौजूद दर्शकों के दिलों को छूं गया। रामलीला में भगवान शिव दर्शन लीला के बाद दशरथ के चारों पुत्रों राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघन के नामकरण व विद्याध्ययन के लिए गुरूकुल गमन का जीवंत दृश्य सराहनीय रहा। बेहतर संवाद व संगीत के तारतम्य ने माहौल शिव-राम मय कर दिया। इससे पहले रावण, कुंभकर्ण का जन्म व इनकी राक्षसी लीलाओं का प्रसंग हुआ।
रामलीला कार्यक्रम के संयोजक पार्षद महेश गौतम लल्ली ने बताया कि अतिथि शिव ज्योति एजुकेशनल गु्रप के निदेशक महेश गुप्ता, पूर्व महापौर मोहन लाल महावर, मेला समिति अध्यक्ष राम मोहन मित्रा बाबला, प्रकाश सैनी, नरेंद्र हाडा, कृष्ण मुरारी सामरिया, मीनाक्षी खंडेलवाल, मोनू कुमारी वर्मा आदि ने आरती कर शुभारंभ किया।
विश्वामित्र आगमन व ताड़कावध आजः
मेला प्रचार प्रसार समिति के अध्यक्ष कृष्ण मुरारी सामरिया ने बताया कि मंगलवार को श्रीरामरंगमंच पर रामलीला के दौरान विश्वामित्र आगमन, ताड़कावध, पुष्पवाटिका आदि प्रसंगों का मंचन होगा। रामलीला 12 अक्टूबर तक प्रतिदिन रात 8.30 बजे से देर रात तक होगी।