अब अंतिम बहस 23 नवंबर को। फैसला इसी माह संभव।
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22 नवंबर को अजमेर के बहुचर्चित मेयर चुनाव प्रकरण में चुनाव प्रक्रिया का वीडियो अदालत में कोई तीन घंटे तक देखा गया। इस अवसर पर न्यायाधीश जय प्रकाश शर्मा के कक्ष में याचिकाकर्ता सुरेन्द्र सिंह शेखावत और मेयर धर्मेन्द्र गहलोत तथा उनके वकील क्रमश: सुरेन्द्र जालवाल व गोपाल अग्रवाल भी उपस्थित रहे। लोक अभियोजक अजय वर्मा और अतिरिक्त अभियोजक अशोक अग्रवाल ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। न्यायाधीश शर्मा ने उपस्थित सभी व्यक्तियों को पाबन्द किया कि वे बाहर जाकर वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं देंगे। यही वजह रही कि वीडियो के बारे मेें किसी ने भी कोई जानकारी नहीं दी। अभी यह भी पता नहीं चला है कि वीडियो को लेकर पराजित उम्मीदवार शेखावत अथवा उनके वकील ने कोई आपत्ति दर्ज कराई है या नहीं। अलबत्ता वीडियो को देखने के बाद दोनों पक्षकारों को फैसला का आभास हो गया है। क्योंकि अदालत के फैसले में चुनाव प्रक्रिया का वीडियो सबसे बड़ा सबूत है। शेखावत ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर जो आरोप लगाए हैं, उनके बारे में वीडियो से ही जानकारी हो सकती है।
न्यायाधीश शर्मा ने अब इस प्रकरण में अंतिम बहस के लिए 23 नवंबर का दिन निर्धारित कर रखा है। कानून के जानकारों के अनुसार 23 नवंबर को जब दोनों पक्षकारों के वकील आपस में बहस करेंगे तो चुनाव प्रक्रिया के वीडियो पर भी सवाल जवाब होंगे। न्यायालय ने पहले ही यह निर्णय दे दिया है कि अब किसी भी गवाह को दुबारा से अदालत में नहीं बुलाया जाएगा। मालूम हो कि हाईकोर्ट ने मामले को 6 माह में निपटाने के जो आदेश दिए थे, वह अवधि 21 नवंबर को पूरी हो गई। ऐसे में माना जा रहा है कि मेयर चुनाव के प्रकरण का फैसला इस माह में आ जाएगा।
एस.पी.मित्तल