अजमेर, 27 फरवरी। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबन्ध निदेशक श्री मेहाराम विश्नोई ने अजमेर शहर की विद्युत व्यवस्था को फ्रेंचाईजी पर देने के संबंध में स्पष्ट किया कि:-
· उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध होगी।
· नये विद्युत कनेक्शन देने, खराब मीटर एवं ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य त्वरित गति से किया जाएगा।
· उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित गति से समाधान होगा।
· बिलिंग व्यवस्था सुचारू होगी।
· विद्युत दरे राजस्थान राज्य विद्युत विनियामक आयोग द्वारा ही तय की जाएगी।
· निजी कम्पनी द्वारा किये गये कार्य एवं रिकाॅर्ड की आॅडिट कराई जाएगी।
· निगम में कार्यरत कर्मचारियों की सेवा से जुडी तमाम सुविधाएं व लाभ पूर्व की तरह ही बने रहेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व मंे राजस्थान के दो शहरों में जहां विद्युत व्यवस्था का संचालन निजी कम्पनी द्वारा किया जा रहा वहां वर्तमान में किसी प्रकार की अनियमितता, शिकायत या असंतोष नही पाया गया है एवं उपभोक्ता भी संतुष्ट है। अतः अजमेर शहर की विद्युत व्यवस्था के संचालन, बेहतर विद्युत आपूर्ति, वसूली, रखरखाव इत्यादि कार्य निजी कम्पनी द्वारा किया जाना राज्य, आमजन एवं कर्मचारी हित में है।
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अजमेर शहर की विद्युत वितरण व्यवस्था को फ्रेंचाईजी में देने हेतु निविदा खोली गई
अजमेर, 27 फरवरी। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबन्ध निदेशक श्री मेहाराम विश्नोई ने बताया कि अजमेर शहर की विद्युत व्यवस्था को फ्रेंचाईजी पर देने हेतु सोमवार दिनांक 27 फरवरी, 2017 को प्रातः 11ः30 बजे से दोपहर 3ः30 बजे के मध्य निम्न निविदाकारों से प्राप्त तकनीकी वाणिज्यिक निविदा की काॅपी खोली गई:-
1. मैसर्स जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड़, मुम्बई,
2. मैसर्स टाटा पाॅवर मुम्बई तथा
3. मैसर्स सीईएससी लिमिटेड, कोलकाता
उक्त तकनीकी वाणिज्यिक निविदा जांच कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
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अजमेर डिस्काॅम
51 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी
अजमेर, 27 फरवरी। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री मेहाराम विश्नोई के निर्देशानुसार विद्युत चोरी निरोधक सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत गत दिवसों में विभिन्न वृत्तांे के 51 स्थानों पर छापामार कार्यवाही की जाकर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 6 लाख 81 हजार रूपए की वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए गत दिवसों में की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में भीलवाड़ा में 4 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 40 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। नागौर में 3 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 57 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। झुंझुनूं में 9 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकडते हुए एक लाख 30 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। चित्तौड़गढ़ में 9 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए एक लाख 15 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। प्रतापगढ़ में 6 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़ते हुए 82 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
उन्होंने बताया कि राजसमंद में 5 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकडते हुए 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। उदयपुर में 15 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 2 लाख 7 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। साथ ही 24 विद्युत कनेक्शन भी काटे गए।