महिला दिवस के उपलक्ष्य में षिविर में हुए 76 निःषुल्क महिला श्रमिक पंजीयन

‘परिश्रम से दुनिया बदलने की दिषा में महिलाएं‘‘
वंचित समुदाय, महिलाएं एवं असंगठित मजदूर को मुख्य धारा से जोडने के लिए सहाय एकल खिडकी का संचालन अजमेर में सीएफएफार द्वारा अजीम प्रेम जी फिलांर्थाेफिक इंटिटेटव Philanthropic Initiatives (APPI)) के सहयोग से किया जा रहा है। एकल खिड़की के माध्यम से अब तक अजमेर शहर के 1,348 परिवार के लोगों ने 23 विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया है।

इसी क्रम में आज दिनांक 8 मार्च, 2017 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रम विभाग राजथान सरकार एवम् सेन्टर फॉर एडकोकेसी एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वाधान में ‘सहाय‘ एकल खिडकी के सहयोग से निःशुल्क महिला श्रमिक पंजीयन शिविर का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अजमेर के कार्यालय प्रांगण में किया गया जिसमें 76 महिला निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया गया।

कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि माननीय जिला न्यायाधीश महोदय विष्णु दत्त शर्मा व पूर्णकालिक सचिव महोदय राकेश गोरा द्वारा किया गया। महिला दिवस के महत्वता बताते हुये जिला न्यायाधीश महोदय ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर श्रमिकों का निःशुल्क सराहनीय कदम है और जिला विविक प्राधीकरण, स्वयंसेवी संस्था व विभागीय सहयोग एवं प्रयासों से निश्चित रूप भविष्य में होने वाले कार्यक्रम का लाभ समुदाय का मिले। पूर्णकालिक सचिव महोदय राकेश गोरा जी ने बताया कि ‘सहाय‘ के माध्यम से न केवल योजनाओं में वंचित एवं जरूरतमंद समुदाय के समावेश को बढाया साथ ही समुदाय की सुशासन में भागीदारी एवं पंहुच को सशक्त किया है।

बावड़ी पाडा निवासी की श्रीमती गीता ने बताया कि सहाय एकल खिड़की के सभी पक्रार के प्रयासो ने उन्हें कई मायनों में लाभान्वित किया है ’हमें ना केवल योजनाओ का लाभ मिल रहा है बल्कि विभागों को जानने एवं समझने का मौका भी मिल रहा है, किस पक्रार विभाग एवं अधिकारी योजनाओ का क्रियान्वयन करते हुए हमारे आवेदनों को स्वीकार एवं हमारी चिन्ताओं एवं दिक्कतों पर समयबद्व प्रतिक्रिया भी प्रदान कर रहे है।’

निःशुल्क महिला निर्माण श्रमिक पंजीयन का लाभ प्राप्त करने शिविर में पहुंची सुनिता श्रीमति निवासी परबतपुरा बस्ती ने बताया कि ’सहाय‘ एकल खिडकी के कायक्रर्ता के माध्यम से मुझे ना केवल इस योजना से संबधित विस्तार से जानकारी मिली साथ ही फार्म भरने से लेकर आवेदन जमा करने से लाभ मिलने की प्रक्रिया भी सरल हुअी, आज हमारा आवेदन पत्र मजदूर डायरी बनने हेतु बिना किसी शुल्क के जमा हो गया। मुझे बहुत खुशी है कि अब मुझे डायरी बनने के बाद श्रम विभाग से योजनान्तर्गत लाभ मिल सकेगा।

श्रीमती फूला विधवा महिला निवासी नौसर ने बताया कि मेरे पति का स्वर्गवास लगभग 6 माह पूर्व हो गया था, मैंने पूर्व में भी कई लेबर कार्ड हेतु आवेदन किया परन्तु आज तक भी मेरी मजदूर डायरी नहीं बन पायी जिसके कारण मुझे राशन भी नहीं मिल पा रहा है परन्तू आज निःशुल्क पंजीकरण शिविर में ना केवल लेबर कार्ड के लिए सरलता से आवेदन हो गया साथ ही योजना से संबधित जानकारी भी मिल पायी, मैं इन योजनओं की जानकारी अन्य साथियों के साथ भी साझाा करूंगी। ‘सहाय‘ एकल खिड़की हमारे लिए आशा की एक किरण है।

आनन्द मोटिश, प्रोजेकट मैनेजर, सीएफएआर ने बताया शिविर में निर्माण श्रमिक कल्याण मण्डल की योजनाओं की जानकारी भी महिलाओं को दी गयी तथा आज 76 निर्माण श्रमिक महिलाओं का पंजीयन किया गया। कार्यक्रम के दोरान जिला न्यायाधीश महोदय माननीय श्रीमान विष्णु दत्त शर्मा, स्थायी लोक अदालत से अध्यक्ष महोदय श्रीमान् चन्द्रमान, माननीय श्रम न्यायाधीश महादेय एस. एन. टेलर एवं श्रीमती सुशर्मा शर्मा, श्रम निरीक्षक , श्रम विभाग अजमेर तथा सेन्टर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च संस्था से राखी बधवार, भूपेन्द्र सिंह, जोसफिन, कुसुम, सन्नी तथा बिल्ंिडग लेबर बिजयनगर अध्यक्ष महोदय पीर मोहम्मद आदि मौजूद थे। कार्यक्र्रम में समुदाय के लगभग 100 लोगो ने भाग लिया।

राखी बधवार – 8003590320
आनन्द मोटिश – 7229993997

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