विगत 8 अप्रैल 2017 को जयपुर में एक कार्यक्रम के उपरान्त प्रेस द्वारा वासुदेव देवनानी को उनके प्रोफेसर उपाधि के विरूद्ध माननीय उच्च न्यायालय द्वारा नोटीस जारी करने पर सवाल किये जाने पर श्री देवनानी ने ब्राह्मण समाज के सन्दर्भ में बहुत ही अपमानजक टिप्पणी की गई। जिसके विरूद्ध राजस्थान के कई स्थानों पर समाज ने विरोध किया, ज्ञापन दिये, पुतले जलाये गये एवं जयपुर में ज्योति नगर थाने में शिकायत दर्ज करवायी गयी।
ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा ने कहा कि समाज ने पूर्व में मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधीश को सौंपे एवं चेतावनी दी कि वासुदेव देवनानी अपनी गलती स्वीकार करें। परन्तु ऐसा प्रतीत होता है कि वे स्वंय को कोई असाधारण व्यक्ति मानते है। आज इसके विरोध में ब्राह्मण समाज में बजरंगगढ़ चौराहे पर प्रधानमंत्री, संघ प्रमुख मोहन भागवत एवं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को खून भरे पत्र प्रेषित किये गये। जिसमें यह मांग की गयी कि देवनानी को तुरन्त प्रभाव से मंत्री पद से बरखास्त किया जाये।
आज के राजस्थान पत्रिका में देवनानी का एक साक्षात्कार छपा है उसे पढ़कर ऐसा लगता है यह व्यक्ति झूठ बोलने की सारी सीमायें पार कर चुका है। श्री राजीव शर्मा ने कहा कि देवनानी का यह कहना कि मैने ब्राह्मण समाज के बारे में कुछ नहीं कहा। बल्कि कुछ लोग मेरी ही पार्टी के षडयंत्र रचकर बदनाम कर रहे है ऐसे व्यक्ति का क्या चरित्र है यह भाजपा ही तय करें। जबकि वास्तविक्ता यह कि उनकी कही हुई अपमाजनक टिप्पणी की रिकार्डिंग मौजूद है।
श्री विवेक पाराशर ने कहा कि वास्तविकता तो यह है कि देवनानी बरसों से स्वंय को प्रोफेसर घोषित किये हुए है। जबकि वे केवल स्नातक शिक्षित है। परन्तु अपने घर, लेटपेड, शुभकामना कार्ड, शिलान्यास शिलालेख इत्यादि पर अपने नाम के आगे प्रोफेसर लिखवाकर समाज, मतदाताओं, विद्यार्थियों की आंखों में विगत 15-20 वर्षो से धूल झोक रहे है। जब इनके फर्जीवाडे को उजागर करने हेतु एक व्यक्ति ने उच्च न्यायालय में रिट प्रस्तुत की और माननीय न्यायालय ने पत्रावली का अवलोकन करने के पश्चात देवनानी को जवाब देने के आदेश जारी किये तो वे बोखला गये। रिट करने वाला व्यक्ति चूंकि ब्राह्मण समाज से है अतः पुरे ब्राह्मण समाज के लिये अनर्गल बाते कही।
आज ब्राह्मण समाज के खून से श्री योगेन्द्र ओझा, विवेक पाराशर, सत्यनारायण शर्मा, ब्रिजेश पाण्डे, लोकेश शर्मा, राजीव शर्मा, अजय त्रिपाठी ने अपना खून निकलवाया लगभग 70-80 पत्र माननीय प्रधानमंत्री, संघ प्रमुख मोहन भागवत व अमित शाह को प्रेषित किये।
इस अवसर पर एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने युवा वैष्य समाज का भी आभार प्रकट किया जिन्होने इस आन्दोलन में ब्राह्मण का साथ देने का बयान जारी किया। आज इस कार्यक्रम में आशीष शर्मा, दिनेश शर्मा, मयंक शर्मा, कमलेश शर्मा, एडवोकेट कृष्ण गोपाल जोशी, वरिष्ठ अधिवक्ता पंडित सत्यनारायण शर्मा, पंडित अजय त्रिपाठी, पंडित मुन्नालाल शर्मा, पंडित कैलाशचंद शर्मा, पंडित गौरव उपमन्यु, पंडित अजय कुमार शास्त्री, पंडित रूपशंकर शर्मा, पंडित रवि शर्मा, पंडित जितेन्द्र उपाध्याय, पंडित जयश्री शर्मा, पंडित राजीवर, पंडित अनुपम शर्मा, पंडित शिवदयाल, पंडित ऋषिराज, पंडित गौरव शर्मा, निर्मला शर्मा, महावीर प्रसाद शर्मा, पंडित घनश्याम आचार्य, पं. चन्द्रशेखर शर्मा, पं. जितेन्द्र कुमार शर्मा, डॉ. एस.डी. मिश्रा, पं. विजय मिश्रा, पं. अनूप शर्मा, मनोहर शर्मा ने एक मत होकर यह आव्हान किया देवनानी की बरखस्ती तक यह आन्दोलन जारी रहेगा।
सुदामा शर्मा