कोटा 7 मई पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया के जिला अध्यक्ष शोएब अहमद ने उदयपुर की दलित लेखक कुसुम मेघवाल को जान से मारने की धमकी की कड़ी निंदा की है और इसे अभिव्यक्ति कि आज़ादी पर कुठाराघात बताया |
शोएब अहमद ने कहा की 69 वर्षीय कुसुम मेघवाल राजस्थान की एक प्रसिद्ध लेखक और विचारक हैं जो 65 से ज्यादा क़िताबे लिख चुकी है उन्होंने हाल ही में एक किताब शीर्षक “महाराणा प्रताप भील राजपुत्र – राजपूत या क्षत्रिय नही “ नाम से लिखी है जिसमे उन्होंने महाराणा प्रताप को भील बताया है जिसके उनके पास एतिहासिक प्रमाण भी मौजूद है |
लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कुसुम मेघवाल को फोन पर लगातार जान से मारने की धमकिया मिल रही है धमकी देने वाले करनी सेना के लोग बताये जा रहे है अफ़सोस की बात है कि पुलिस धमकी देने वालो पर कोई कार्यवाही नही कर रही है उलटे पुलिस कुसुम मेघवाल को फोन बंद करने ,माफ़ी मांगने व घर पर ही बंद रहने की सलाह दे रही है जिसके कारण कई दिनों से वोह घर से बहार भी नही निकल पा रही है जो घोर निन्दनीय है और अभिव्यक्ति कि आज़ादी के अधिकार पर कुठाराघात हैं जब कि लेख़क का कहना है मेरे विचारो से किसी को ऐतराज है तो मेरे खिलाफ कोर्ट में जाएँ और क़ानूनी कार्यवाही कर सकते हैं |
ऐसे में पुलिस व सरकार कि ज़िम्मेदारी है कि वो कुसुम मेघवाल को सुरक्षा मुहैय्या कराए और कॉल डिटेल निकाल कर धमकी देने वालो के खिलाफ़ कठोर कार्यवाही करें |
मुजफ्फर हुसैन
जिला सचिव