बाल्यकाल से संस्कार देने से जीवनभर ध्यान रहता है

अजयनगर में सांतवां सिन्धी बाल संस्कार शिविर का समारोहपूर्वक सम्पन्न

IMG-20170610-WA0006अजमेर 10 जून 2017-बचपन में ही संस्कारों का ज्ञान करवाने से जीवनभर ध्यान रहता है सिन्धी भाषा व संस्कारों का ज्ञान करवाने के लिये ग्रीष्मकॉलीन अवकाश में भारतीय सिन्धु सभा की ओर से सभी पंचायतों, सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से बाल संस्कार शिविरों के आयोजन से विद्यार्थियों को जोडा गया है। ऐसे आर्शीवचन ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम, अजयनगर में सातवां सिन्धी बाल संस्कार शिविर के समापन अवसर पर आश्रम के महंत स्वरूपदास उदासीन व पुष्कर शांतेश्वरधाम के महंत हनुमानराम ने प्रकट किये, उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को प्रारम्भ से ही महापुरूषों के जीवन के प्रेरणा प्रसंग व संस्कारों के ज्ञान से ही सनातन धर्म की प्रेरणा है। शुभारंभ अवसर पर सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, संभाग प्रभारी नरेन्द्र बसराणी, उपाध्यक्ष भगवान पुरसवाणी, पार्षद मोहन लालवाणी, लक्ष्मण रूपाणी ने ईष्टदेव झूलेलाल भारत माता, मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। स्वागत भाषण राजेश वाधवाणी व आभार संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने आभार प्रकट किया।मंच का सफल संचालन महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने किया।
शिविर प्रभारी लक्षमण कोटवाणी ने बताया कि शिविर में 172 विद्यार्थियों ने भाग लिया। सिन्धी भाषा, सभ्यता संस्कृति की पढाई भावना कोटवाणी, ललित चांदवाणी, दीपक खियाणी,रेणू धनवाणी, सोनिया तेजवाणी, रीना बच्चाणी, प्रकाश मंघनानी,नरेश टिलवाणी योग शिक्षा व खेलकूद खियल मंगलाणी, रामजी जया बदलाणी नरेश टिलवाणी ने करवाई। संगीत की शिक्षा घनश्याम भग्त व मुस्कान कोटवाणी ने दी। आश्रम के सेवाधार शंकर सबनाणी, रमेश वलीरामाणी रमेश कल्याणी, घनश्यामदास, रमेश बालाणी काजल जेठाणी कन्हैयालाल बहराणी सहित सभा के कार्यकर्ता उपस्थित थे। शिविरार्थियों को प्रशस्ति पत्र व सांस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुतियों पर विजेताओं को सम्मानित किया गया।

(महेश टेकचंदाणी )
महानगर मंत्री
मो. 94136914771

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