बलात्कार रोकने के लिए खाप के दो नुस्खे

हरियाणा में बढ़ रहे बलात्कारों पर काबू पाने के लिए कुछ खाप पंचायतों ने सुझाव दिया है कि लड़की की शादी की उम्र को घटाकर 16 साल और लड़के की 18 साल कर देना चाहिए.

इसके बाद अजीबो-गरीब फैसलों के लिए बदनाम हरियाणा की खाप पंचायतें एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं. हालांकि कुछ अन्य खाप पंचायतों ने इस सुझाव को खारिज किया है.

अखिल भारतीय जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश मान ने बीबीसी से बातचीत करते हुए कहा, ”बलात्कारों और भागकर शादी करने को रोकने का एक ही तरीका है: 16 साल की उम्र में शादी.”

उन्होंने कहा इसके अलावा ज़रूरी है कि सरकार को अश्लील वेबसाइटों और फिल्मों पर पाबंदी लगा देनी चाहिए.

‘हाथ पकड़ कर घूमते हैं’

पूछने पर कि शादी के लिए क्या यह उम्र छोटी नहीं है क्योंकि यह उम्र तो पढ़ाई की होती है तो मान ने कहा, ”बहुत सारे लोग कॉलेजों में हाथ पकड़ कर घूमने के लिए जाते हैं. फिर घर से भाग कर शादी कर लेते हैं.”

उन्होंने कहा, ”क्या उससे अच्छा यह नहीं होगा कि उनकी शादी कर दी जाए. पुराने भारत में भी तो ऐसा ही होता था.”

उन्होंने कहा कि वो इस बारे में केंद्र सरकार से मांग कर रहे हैं कि शादी की न्यूनतम उम्र को महिलाओं के लिए 18 और पुरुषों के लिए 21 वर्ष से घटाकर 18 और 16 साल कर दे.

खापों के इस सुझाव को कोई समर्थन मिलता नहीं दिखाई दे रहा है.

राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष गिरिजा व्यास कहती हैं, ”इस सुझाव में कोई तर्क नहीं है. 16 साल की उम्र में तो महिला शारीरिक रूप से ही शादी के लायक नहीं होती. पुरुषों के लिए 21 सही उम्र है क्योंकि वो ज़िम्मेदार होगा तभी तो शादी करेगा.”

हरियाणा में पिछले एक महीने में 12 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आने से राज्य को शर्मसार होना पड़ा है.

error: Content is protected !!