आंगनबाड़ी केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण जरूरी

bikaner samacharबीकानेर, 27 जुलाई 2017। जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निर्धारित सुविधाओं, सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए, केन्द्रों को सुदृढ़ बनाया जाए।

जिला कलक्टर गुरूवार को कलेक्टे्रट सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रगति समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरक पोषाहार, शाला पूर्व शिक्षा, बच्चों का वजन, मातृ एवं शिशु पोषण मॉनिटरिंग, गर्भवती महिलाओं व किशोरवय लड़कियों को आयरन फोलिक एसिड दवा दिए जाने का कार्य पूर्ण सजगता से किया जाए। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनियों के रिक्त पदों के सम्बन्ध में 15 अगस्त को आयोजित होने वाली ग्रामसभाओं में अनुमोदन करवाया जाए। मिशन इंद्रधनुष के तहत पूर्ण सजगता से टीकाकरण कार्य किया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं उनके मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण से सम्बन्धित कार्य समय पर पूर्ण करवाए जाएं।

प्रगति समीक्षा- बैठक में जून माह के तहत प्रगति समीक्षा की गई। जिले में 1 हजार 502 मुख्य तथा मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र स्वीकृत हैं, जिनमें से 1 हजार 427 केन्द्र संचालित हैं। जिला कलक्टर ने गैर संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों को शुरू करवाने के निर्देश दिए। पूरक पोषाहार के तहत 6 वर्ष तक के 61 हजार 476 बच्चाें, गर्भवती व स्तनपान कराने वाली 22 हजार 398 माताओं व 1 हजार 308 किशोरवय लड़कियाें को लाभान्वित किया गया। शाला पूर्व शिक्षा के तहत 21 हजार 465 बच्चों को लाभान्वित किया गया। 5 वर्ष तक के 1 लाख 3 हजार 929 बच्चों का वजन किया गया है। कलक्टर ने निर्देश दिए कि वजन लेने की मशीन बेहतरीन क्वालिटी की हो, यह सुनिश्चित किया जाए व आवश्यकतानुसार डिजीटल मशीन क्रय की जाए। बैठक में बताया गया कि 5 हजार 559 गर्भवती महिलाओं को आयरन फॉलिक एसिड टेबलेट दिए गए। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि स्कूल नहीं जाने वाली बालिकाओं की सूची तैयार कर प्रस्तुत की जाए।

इस अवसर पर उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास रचना भाटिया, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, सीडीपीओ शक्तिसिंह कच्छावा, रामप्रसाद हर्ष, डॉ. नरेन्द्र शेखावत, सुभाष विश्नोई, मंजू, राजेश, वीना खत्री, विजयशंकर आचार्य उपस्थित थे।

– मोहन थानवी

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