विदिशा – विद्या भारती मध्यभारत प्रांत द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रान्तीय प्रवासी कार्यकर्ता कार्यषाला आज दिनॉक 12.08.17 को सरस्वती षिषु/विद्या मंदिर केषवनगर विदिषा में प्रारंभ हुई।
इस कार्यषाला में मुख्य वक्ता श्री गोविन्द प्रसाद शर्मा (राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्या भारती) ने कहा कि- प्रवासी कार्यकर्ता के अनुभव हमें साझा करना है । इस लिए आप व हम यहां एकत्र हुए हैं। विद्या भारती का कार्य निरन्तर चल रहा है । जब हम सभी प्रवास करते हैं तो प्रवास का एक निष्चित उद्देष्य होता है । षिक्षा समाज के अन्दर विद्या भारती को नेतृत्वकर्ता बनना है तो हमें स्वंय क्षमतावान, सामर्थ्यवान एवं योग्य बनना होगा । जब नेतृत्व क्षमता नहीं होती और हम नेतृत्व करते हैं तो दूसरे हमारा उपयोग करते हैं इससे दुःखद स्थिति बनती है । ऐसे में हमें पूर्ण रुप से सक्षम व समर्थ बनने के लिए प्रयत्न करना होगा। अपने विद्यालयों के विकास के लिए प्रवास करते समय हमारी दृष्टि ऐसी ही होनी चाहिए अर्थात् हमें अपना लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए।
हिन्दू मान्यताएं, हिन्दू विचार, हिन्दू जीवन पद्वति के मुताबिक हमें समाज को खडा करना हैं अर्थात् हमारे विद्यालयों से निकलने वाले विद्यार्थी इन विचारों को स्थापित करने वाले बनने चाहिए। इसलिए हमारे विद्यालयों को अपने लक्ष्य के अनुरूप विकसित करना होगा। व्यवस्थाओं का संचालन हमारे लक्ष्य प्राप्त करने की दिषा में है कि नही, यह देखना होगा। प्रवासी कार्यकर्ता को यह सब बातें स्पष्ट होनी चाहिए ।
प्रारम्भ में इस कार्यषाला की प्रस्तावना रखते हुऐ श्री रामकुमार भावसार (प्रांत प्रमुख, नगरीय षिक्षा) ने कहा कि सम्पूर्ण देष में विद्याभारती द्वारा विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं । अपने विद्यालयों को वर्तमान की आवष्यकता के अनुरुप और अधिक विकसित करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जाऐं एवं नए-नए प्रयोग विद्यालयों मे हों इस पर विचार विमर्ष करने के लिए इस कार्यषाला का आयोजन किया जा रहा है । हमारे विद्यालय समाज की मान्यताओं पर खरे उतरें एवं प्रतिमान स्थापित करें यह विचार करना चाहिए।
इस दो दिवसीय कार्यषाला के शुभारंभ अवसर पर श्री हितानंद शर्मा (प्रांतीय संगठन मंत्री विद्या भारती) , श्री किरीट नागड़ा (प्रांतीय उपाध्यक्ष ग्राम भारती समिति भोपाल) श्री प्रकाष बरतूनिया (प्रांतीय उपाध्यक्ष नगरीय षिक्षा भोपाल) की विषिष्ट उपस्थित रही। मध्यभारत प्रांत के 16 जिलों के लगभग 30 स्थानो से 150 कार्यकर्ता इस कार्यषाला में सम्मिलित हो रहे हैं।
कार्यषाला का संचालन श्री राजेन्द्र सिंह परमार(भोपाल) ने एवं स्वागत श्री महेन्द्र सिंह रघुवंषी, (विदिषा) , श्री मुकेष तिवारी (कुरवाई) ने किया । व्यक्तिगत गीत श्री विजय माथुर (भोपाल) द्वारा प्रस्तुत किया गया ।
प्रांत प्रमुख रामकुमार भावसार