राष्ट्र संत कमलमुनि व गच्छाधिपति प्रधुम्नविमल सूरीश्वर नवकार गुरु महारत्न की उपाधि से होंगे अलंकृत
उज्जैन : जैन धर्म का सबसे बड़ा उपाधि अलंकरण नवकार उपाधि 2017 के प्रथम सूचि को जारी करते हुए आयोजन विनायक अशोक लुनिया ने बताया की गत वर्ष आयोजन को एक प्रथा के रूप में प्रारम्भ करने वाले स्व. अशोक जी लुनिया के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी नवकार उपाधि का अलंकरण किया जा रहा है जिसमे इस वर्ष उपाधि हेतु प्राप्त नामांकन में से चयन समिति द्वारा प्रथम सूचि की घोषणा कर दिया गया है साथ ही श्री लुनिया ने बताया है की नामांकन करने की अंतिम तिथि 15 सितम्बर 2017 है. जिसमे देशभर से कोई भी नवकार गुरु महारत्न उपाधि हेतु समाज एवं देश के लिए समर्पित जैन संत के लिए सामाजिक संस्थान द्वारा नामांकन किया जा सकेगा. वहीँ, समाज के लिए सदैव सक्रिय भूमिका निभाने वाले समाज सेवी भाई – बहन एवं जो समाज सेवियों ने हमारे लिए मिशाल छोड़ गए ऐसे स्व. समाजसेवी श्री के परिवार वालों के द्वारा एवं संस्थान, ट्रस्ट, समिति, समूह आदि नवकार के नव उपाधि हेतु नामांकन कर सकेंगे. नवकार उपाधि अलंकरण हेतु नामांकन के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा फॉर्म प्राप्त करने के लिए उक्त लिंक sachchadost.in/navkaar-upadhi/ पर क्लिक कर के प्राप्त किया जा सकेगा.
नवकार गुरु महारत्न
1- राष्ट्र संत श्री कमलमुनि “कमलेश” जी महाराज साहब
2- गच्छाधिपति आचार्य श्री प्रद्युमन विमल सूरीश्वर जी (भाई महाराज)
नवकार जीवदया रत्न
1- अहिंसा संघ (मुंबई, महाराष्ट्र) संत मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज
नवकार गौरव
1- श्री संजय जैन (ब्रम्हचारी जी) जबलपुर मध्य प्रदेश
नवकार धर्म रक्षक
1- श्रीमती सुनीला जैन घंसौर, सिवनी, मध्य प्रदेश
नवकार उपाधि अलंकरण समिति
8109913008