गूगल ने गलती से अपनी तिमाही नतीजे जारी किए और उसके शेयरों में भारी गिरावट आ गई.
उम्मीद के विपरीत गूगल के तिमाही नतीजों में उसके लाभ में बीस फीसदी यानी करीब दो अरब 18 करोड़ डॉलर की कमी बताई गई थी.
गूगल ने इसके लिए वित्तीय प्रकाशन कंपनी आरआर डोनेली को जिम्मेदार ठहराया है जिसने परिणाम के मसौदे को पहले ही जारी कर दिया.
इसकी वजह से गूगल के शेयरों में महज दो घंटों में नौ फीसदी की गिरावट आ गई.
इस गिरावट से गूगल को करीब 19 अरब डॉलर यानी 10,19,16,00,00,000 रुपए का नुकसान हुआ.
हालांकि बाजार बंद होने के समय तक कुछ हद तक इसकी भरपाई कर ली गई.
बाजार बंद होने के बाद गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लैरा पेज ने कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए विश्लेषकों से माफी माँगी.
एक बयान में उन्होंने कहा, “प्रकाशक ने हमें सूचित किया कि उन्होंने बिना अनुमति के मसौदे को प्रकाशित कर दिया था. हमने नैस्डैक पर तब तक के लिए अपनी ट्रेडिंग रोक दी है जब तक कि हम मसौदे अंतिम रूप नहीं दे देते.”
गलती
दरअसल प्रकाशक ने गूगल को इन आँकड़ों के विश्लेषण का भी मौका नहीं दिया. सामान्य परिस्थितियों में ये रिपोर्ट पूरी तरह से कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए कंपनी के प्रबंधन, शेयरधारकों और पत्रकारों से बातचीत और सलाह के बाद ही जारी की जाती है. इससे गूगल को इन नतीजों और घाटे के बारे में निवेशकों को सफाई देने और बाज़ार को संभालने का मौका मिल जाता.
जानकारों का कहना है कि इसी गफ़लत में रिपोर्ट में बहुत सी बातें रह गईं और गूगल के तिमाही आँकड़ों को घाटे में दिखा दिया गया.
लेकिन बाद में जब कंपनी ने अपने अंतिम परिणाम जारी किए तो उसमें लिखा था, “हमारे तिमाही आँकड़े काफी मजबूत स्थिति में हैं. राजस्व में साल-दर-साल 45 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो रही है. हमारी कंपनी अभी सिर्फ चौदह साल पुरानी है, लेकिन हमने एक तिमाही में पहली बार 14 अरब डॉलर के राजस्व का व्यापार किया है.”
गूगल के कुल राजस्व में साढ़े सात अरब डॉलर से 11 अरब तीस करोड़ डॉलर तक की बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन इसके लाभ के बारे में जो अनुमान लगाए गए थे, उससे ये कम है.
इसमें यदि उन वेबसाइटों के राजस्व को भी जोड़ दिया जाए जो कि गूगल के विज्ञापन के लिए ट्रैफिक पैदा करती हैं तो ये 45 फीसदी बढ़कर 14 अरब डॉलर से ज्यादा हो जाता है.
प्रकाशन की इस गलती की वजह से गूगल की शेयर कीमतों में आई कमी ने गूगल को माइक्रोसॉफ्ट से पीछे कर दिया था जिसे गूगल ने पिछले महीने ही पछाड़ा था.