मंत्रालयिक कर्मचारी परिषद् की कोर कमेटी की बैठक

राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी परिषद् की कोर कमेटी की बैठक समपन्न हुई बैठक में संगठन को आगे बढाने एंव कर्मचारियो की समस्याओ व मांगो पर आगामी कार्य योजना पर चर्चा हुई ।
परिषद् के प्रदेष अध्यक्ष अनूप सक्सैना ने कहा राज्य सरकार मंत्रालयिक संवर्ग की ज्वलन्त मांग वेतन विसंगति एसीपी की ग्रेड पे 3600 को विलोपित करते हुये 4200 दी जाकर संवर्ग का तीसरा पद सहायक प्रषाननिक अधिकारी को राजपत्रित करते हुये 4800 ग्रेड पे दी जाकर समाधान करें ।
परिषद के प्रदेष कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि राज्य में लगभग विभिन्न श्रेणियो के डेढ लाख पद रिक्त पडे हुये है जिससे कर्मचारियो पर अतिरेक कार्य का बोझ बढा हुआ है वही कार्य के बोझ से आम जन को त्वरित सुविधा व कार्य पूर्ण होने में पेरषानी का सामना करना पड रहा है। राज्य सरकार को षिक्षा, चिकित्सा सहित सभी विभागो में पडे खाली पदो पर स्थाई नियुक्तियॉं कर युवाओ को रोजगार देने का कदम उठाना चाहिये जिससे आम जन को सुविधा के साथ कर्मचारियो का अतिरेक बोझ कम हों सके ।
परिषद के प्रदेष महामंत्री रणधीर ंिसह कच्छावा ने राज्य की मुखिया द्वारा कर्मचारी संवर्ग के 5 दिवसीय सप्ताह को समाप्त कर छः दिवसीय करने पर कहा कि कर्मचारियो द्वारा 5 दिवसीय सप्ताह की कभी कोई मांग नहीं की गई उक्त 5 दिवसीय सप्ताह सरकार द्वारा व्यय को कम करने के उद्देष्य को दृष्टिगत रखते हुये एक दिवस पर होने वाले व्यय से कोष की बचत को मध्यनजर रखते हुये लागू किया गया था । राज्य का कर्मचारी पूर्ण निष्ठा पूर्वक राज्य के चहुमुखी उन्नति तथा सरकार की योजनाओ को मूर्त रूप देकर आम जन तक पहुॅंचाने में अपना योगदान दे रहा है, वही सरकार व आम जन के मध्य सेतु का कार्य कर रहा है, कर्मचारियो के प्रति यह कहा जाना कि कर्मचारी शुक्रवार से सोमवार तक कार्यालय में उपलब्ध नहीं होते सराहनीय कथन नही है कर्मचारियो की वर्षो से जायज मांगो का समाधान सरकार द्वारा नही किये जाने पर हडताल उसका अन्तिम चरण है । कर्मचारी कभी भी स्वेच्छा से हडताल पर नहीं जाना चाहता पर यह कदम उठाने पर सरकार की नीति व परिस्थ्तििया उसे मजबूर करती है उस पर यह कथन कि आम जनता खडी हो जाये, जो कि कर्मचारियो व आम जनता के मध्य दूरी उत्पन्न करने का भाव प्रकट करता है कर्मचारी आम जन की परेषाानी से प्रत्येक दिन रूबरू होता है तथा अपना सब कुछ त्याग कर आम जन की परेषानी को दूर करने का हर सम्भव प्रयास करता है ।

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