अजमेर। श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के तत्वावधान में मुनि प्रसन्न सागर महाराज ने बुधवार दोपहर छोटे धड़े की नसियां से बैंड बाजों के साथ जुलूस की शक्ल में केन्द्रीय कारागृह पहुंच कर कैदियों आशीर्वचन और मंगल उद्बोधन दिया। मुनिश्री ने केदियों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन दुर्लभ है। जिन्दगी के कीमती क्षणों को व्यर्थ न जाने दें। दुनिया में जितने पाप और अपराध हो रहे हैं, वे सब सोये हुए लोगों के द्वारा हो रहे हैं। जगा हुआ इंसान कोई पाप नहीं करता। इस अवसर पर मुनिश्री ने जेल स्टाफ को प्रवचन की किताबें और उपहार भेंट किये।