बाड़मेर। स्थानीय रामस्नेही रामद्वारा प्रांगण में फागोत्सव का कार्यक्रम होली के भजनों की प्रस्तुति देते हुए भक्तों द्वारा पुष्पों से होली खेली गई।
रामस्नेही भक्त राजाराम सर्राफ ने बताया कि रविवार को दोपहर रामस्नेही रामद्वारा में संत डां. रामस्वरूप शास्त्री के सानिध्य में फागोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया। फागोत्सव में पण्डित मुरली मनोहर दवे, रामस्नेही भक्त जसोदा मोदी, मकिया बाई सोनी, जुगल बंसल, मंजु सर्राफ, आनंद गुप्ता, मधु सर्राफ, पवन लोहिया,मनीषा शर्मा, गोपाल सोनी एण्ड पार्टी द्वारा होली के प्रसंग पर ‘कान्हा धर लो मुकुट खेलों होली,,,,’ , ‘आज बिरज में होली रे रसिया,,,,, ’’ इत्यादि भजनों की प्रस्तुति देते हुए पुष्पों से होली खेली गई । फागोत्सव में पूरा पण्डाल होली की मस्ती में भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम के अंत में रामस्नेही सम्प्रदाय के आराध्य प्रभु स्वामी रामचरण की तस्वीर की आरती की गई। सभों भक्तों को प्रसाद भी वितरित की गई।
‘‘ मधुरम् भजन सरिता ’’ पुस्तक का विमोचन
बाड़मेर। रामचौक स्थित रामस्नेही रामद्वारा के प्रांगण में आयोजित फागोत्सव के कार्यक्रम में संत डा रामस्वरूप शास्त्री के सानिध्य में श्रीमती मधु राजाराम सर्राफ द्वारा संकलित ‘‘मधुरम् भजन सरिता ’’ का विमोचन अग्रवाल महिला मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती लीला सर्राफ, हनुमान मंदिर के पुजारी, मुरली मनोहर दवे व बाल कल्याण समिति अध्यक्ष नवनीत पचौरी के कर कमलों से किया गया।
इस अवसर पर संत डा रामस्वरूप शास्त्री ने सभी उपस्थित भक्तों को बताया कि ‘ ‘‘मधुरम भजन सरिता’’ भजनों की पुस्तिका में भजनों के संग्रहण में भगवान कृष्ण, हनुमान, शनिदेव, भगवान ज्ञान, होली के भजनों के साथ साथ श्री राम कथा, द्रोपद्री कथा, कृष्ण लीला, गौ माता की कथा, गजेन्द्र मोक्ष की कथा, सुखदेव की कथा को भी शामिल किया गया है। भगवान को भोग लगाना, झांकी दर्शन, पोढना के भजन को भी संग्रहित किया है। यह एक अच्छा प्रयास है। पुजारी मुरली मनोहर दवे ने बताया कि पुस्तक में पुरानी यादें को जगा दिया कयोकि पुस्तक में पुरानी यादों को सजों कर भजनों को लिखा गया है। जो हमेशा याद रखा जायेगा।
राजाराम सर्राफ