तीन तलाक पर चोट करेगी लेख टंडन की हिंदी फिल्‍म ‘फिर उसी मोड़ पर’

समाज के ज्‍वनंत मुद्दों पर सामाजिक महत्‍व के लिए फिल्‍म बनाने में माहिर लेखक – निर्देशक लेख टंडन की हिंदी फिल्‍म ‘फिर उसी मोड़ पर’ मुस्लिम समाज में व्‍याप्‍त तीन तलाक प्रथा पर चोट करेगी। यह मूलत: मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक प्रथा पर आ‍धारित है, जिसमें लेख टंडन इस प्रथा का निराकरण तलाशते हैं। इस बारे में फिल्‍म के निर्माता त्रिनेत्र, कनिका और अंशुला बाजपेई का मानना है कि ‘तलाक, तलाक, तलाक’ एक निंदनीय कुरीति है, जिसके अंतर्गत कोई भी पति अपनी लाचार और बेबस पत्नी को तीन तलाक कह कर प्रताड़ित करते हुए अपने जीवन से निष्कासित कर सकता है। दिवंगत लेख टंडन साहब की यह फिल्‍म उस कुरीति पर चोट करेगी।

अंशुला बाजपेई ने बताया कि लेख टंडन एक ऐसे लेखक – निर्देशक थे, जो समाज की अत्यधिक महत्वपूर्ण विषय की गम्भीरता को भांपकर उस पर फिल्‍म बनाते थे। यही वजह है कि उन्‍होंने फिल्‍म ‘फिर उसी मोड़ पर’ को महज छह महीने में सक्षम और बेजोड़ निर्देशन के दम पर तैयार कर लिया। हालांकि ये दुखद है कि वे फिल्‍म रिलीज नहीं कर पाये और पिछले साल 15 अक्‍टूबर को दुनिया छोड़कर चले गए। यह हम सब के लिए शॉकिंग था। मगर अब हम उनकी इस महत्‍वाकांक्षी फिल्‍म को श्रद्धांजलिस्‍वरूप कनिका मल्टीस्कोप प्राइवेट लिमिटेड के (एम पी एल) के अंतर्गत हजारों प्रशंसकों के समक्ष शीघ्र प्रस्तुत करने वाले हैं। इससे पहले उन्‍होंने प्रोफेसर, आम्रपाली, झुक गया आसमान जैसी कई संवेदनशील फिल्‍में बनाई, जो आज भी समाज के लिए महत्‍वपूर्ण है।

वहीं, कनिका ने फिल्‍म ‘फिर उसी मोड़ पर’ के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए बताया कि फिल्म की कहानी एक सीधी – सीधी और मज़लूम महिला नाज़ पर केंद्रित है, जिसे उसका बचपन का साथी शाहिद धोखे से निकाह करने के बाद तलाक़ दे देता है। चार महीने की गर्भवती नाज़ को एक नेक इंसान रशीद सहारा देता है और उसके बच्चे को अपना नाम देकर निकाह कर लेता है। इसके बाद रशीद का कैंसर से इंतकाल हो जाता है और हजारों कठिनाइयों के बावजूद नाज़ अपने बेटे की बेहतर पवरिश करती है। उसके बेटे को दुबई मे अच्छी नौकरी मिलती है जहां वो अपनी विदेशी सेक्रेटरी के प्रेम जाल में फंस जाता है और शबनम को तलाक़ दे देता है। नाज़ अब ‘फिर उसी मोड़ पर’ है और अपने बेटे की नाइंसाफी और तीन तलाक़ की कुरीति से जंग छेड़ देती है।

फिल्‍म की कास्टिंग के बारे में त्रिनेत्र बताते हैं कि लेख टंडन ने अपनी कहानी के अनुसार फिल्‍म की कास्टिंग जबरदस्‍त की थी, जो जल्‍द ही पर्दे पर देखने को भी मिलेगा। फिल्‍म ‘फिर उसी मोड़ पर’ में कंवलजीत सिंह, परमीत सेठी, एस.एम.जहीर, गोविंद नामदेव, स्मिता जयकार, कनिका बाजपेई,राजीव वर्मा, भारत कपूर, अरुण बाली, हैदर अली, विनीता मलिक, संजय बत्रा, दिव्या दिवेदी, जिविधा आस्था और शिखा इटकान मुख्‍य भूमिका में नजर आ रही हैं। फिल्‍म में एडिंटिंग जहांगीर चौधरी ने, कोरियोग्राफी माधव क्रिशन / जोजो ने संपादन अवध नरायण सिंह औ को-डायरेक्‍शन सुरेश प्रेमवती बिश्नोई ने किया है। फिल्‍म के प्रचारक अमीन सयानी और अली पीटर जॉन ( प्रचार ) हैं, जबकि आर्ट डायरेक्‍शन चोक्कस भरद्वाज ने किया है। संगीतकार संगीत विख्यात टेक्नोक्रैट और संगीतप्रेमी त्रिनेत्र बाजपेई (राइटर ऑफ दोज माग्निफीसेंट म्यूजिक मारकर) हैं। जबकि गाने कनिका बाजपेई और जावेद अली ने गाये हैं।

error: Content is protected !!