जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने राज्य में व्यापक सड़क तंत्रा की समीक्षा करते हुए सड़क कार्यों की प्रभावी मोनिटरिंग के लिए उनका कम्प्यूटरीकरण करने तथा मरम्मत कार्य समयबद्ध अवधि में पूर्ण कराने के लिए एक मास्टर प्लान बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
गहलोत शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय में सार्वजनिक निर्माण विभाग के सड़क तंत्रा की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सड़कों का पेच वर्क, मिसिंग लिंक, सार्वजनिक विभाग द्वारा बनाये जा रहे रेल ओवरब्रिज आदि परियोजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्राी ने राज्य में राज्य राजमार्ग, जिला स्तरीय तथा ग्रामीण सड़कों पर चल रहे पेच वर्क कार्य 30 नवम्बर, 2012 तक पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सड़क मरम्मत एवं निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिये। सड़कों के पेचवर्क के तहत अब तक 30 हजार 956 किलोमीटर लम्बाई में पेच वर्क कार्य पूर्ण किया जा चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने निर्देश दिये कि राज्य में सड़कों के कार्य की प्रभावी मोनिटरिंग सुनिश्चित करने के लिए व्यापक रूप से कम्प्यूटरीकरण का कार्य किया जाये। जिससे सड़कों के निर्माण, मरम्मत आदि की स्थिति की तस्वीर उभर कर आ सके। प्रत्येक जिले में गत वर्ष निर्मित की गई सड़कों का गुणवत्ता के आधार पर वर्गीकरण करवाया जाये तथा फील्ड में कार्यरत अभियंताओं से सड़कों की स्थिति में सुधार तथा सुदृढ़ीकरण हेतु शीघ्र ही प्रस्ताव लिये जाये। श्री गहलोत ने निर्देश दिये कि राज्य राजमार्ग तथा जिला स्तरीय सड़कों में जो सड़के मरम्मत योग्य नहीं हैं, उनके पुनर्निर्माण के लिए एक योजना बनाई जाये।
मुख्यमंत्राी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे 18 रेल ओवरब्रिजों के कार्य की समीक्षा भी की। इसके तहत आबू रोड़, मांडल, किशनगढ़, भीलवाड़ा, नागौर तथा सराधना के 6 आर.ओ.बी. का कार्य पूर्ण हो चुका है। श्री गहलोत ने निर्देश दिये कि शेष आर.ओ.बी. का कार्य मार्च, 2013 तक पूर्ण करने के हर संभव प्रयास किये जाये।
उन्होंने नाबार्ड से ऋण लेकर प्रदेश के 1500 गांवों को सड़क से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना के कार्य में गति लाने तथा इसे आगामी मानसून से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मिसिंग लिंक, जिला स्तरीय सड़कों तथा राजस्थान को पड़ौसी राज्यों से जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरे किये जायें।
श्री गहलोत ने निजी क्षेत्रा के सहयोग से बनाई जा रही बीस महत्वपूर्ण सड़कों के साथ ही रिडकोर तथा एनएचएआई द्वारा निर्माणाधीन सड़कों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने
कहा कि भरतपुर-गंगापुर होते हुए भाड़ौती तक 185 किलोमीटर की सड़क निर्माण कार्य के तहत जून, 2013 तक अधिकाधिक कार्य पूर्ण करवाया जाये जिससे इस पिछड़े क्षेत्रा को सड़क तंत्रा का लाभ मिल सके। उन्होंने एन.एच.ए.आई. द्वारा जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुए इस कार्य को यथाशीघ्र पूरा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार सड़क परियोजनाओं को इसलिए प्राथमिकता दे रही है जिससे कि राज्य में बेहतर सड़कों का निर्माण हो, सुगम परिवहन का मार्ग प्रशस्त हो और आम आदमी को अधिक सुविधा मिल सके। उन्होंने सड़क तंत्रा की प्रति माह समीक्षा करने पर जोर देते हुए दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारियों के साथ पुनः बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बैठक में अभियंता सड़कों के पेचवर्क, मरम्मत की प्रगति की रिपोर्ट, भविष्य की योजना तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण के सुझावों के साथ बैठक में आयें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो सड़क कार्य स्वीकृत हो चुके हैं उनके कार्यादेश समय पर जारी किये जाये।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जे.सी. महान्ति ने सड़क विकास, पेचवर्क एवं मरम्मत कार्यों की प्रगति पर एक प्रस्तुतीकरण दिया।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण मंत्राी श्री भरत सिंह, सार्वजनिक निर्माण राज्य मंत्राी श्री मुरारीलाल मीणा, मुख्य सचिव श्री सी.के. मैथ्यू, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण श्री वी.एस. सिंह, प्रमुख सचिव (वित्त) डॉ. गोविन्द शर्मा, मुख्यमंत्राी के प्रमुख सचिव श्री श्रीमत पाण्डेय, सचिव श्री रजत मिश्र, रिडकोर के सी.ई.ओ. श्री हरीश माथुर, एन.एच.आई.ए. के चीफ जनरल मैनेजर राजस्थान श्री पी.आर. पटेलिया, राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग के सचिव श्री चिरंजीलाल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
6 पोस्टरों का लोकार्पण किया
जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने शुक्रवार को यहां मुख्ख्यमंत्राी निवास पर स्वयं सेवी संस्था एक्शन एड की ओर से बाल विकास के विविध आयामों पर प्रकाशित 6 पोस्टरों का लोकार्पण किया।
इन पोस्टरों का प्रकाशन जयपुर में 8 से 10 नवम्बर तक एक्शन एड द्वारा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय बाल समागम के अवसर पर किया गया है। इस समागम में राजस्थान के 22 जिलों एवं गुजरात के सात जिलों से करीब 700 बच्चे शामिल हो रहे हैं।
गहलोत ने बाल अधिकार, बाल हिंसा से कैसे बचें, बाल मजदूरी, शिक्षकों को संदेश देने वाली सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् श्री गिजू भाई की कविता, इस दुनिया में बच्चे क्या चाहते हैं तथा बेहतर शिक्षा विषय पर आधारित 6 पोस्टरों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों से विभिन्न वर्गों के 50 बच्चे भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्राी ने संस्था के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने विभिन्न जिलों एवं गुजरात से आये बच्चों से स्नेह के साथ मुलाकात की तथा उनके साथ फोटो भी खिचवायें।
एक्शन एड की क्षेत्राीय प्रबंधक (राजस्थान व गुजरात) शबनम अजीज ने बताया कि इन पोस्टरों को जयपुर शहर तथा 22 जिलों में संस्था के कार्य क्षेत्रा में स्थित विद्यालयों एवं बाल मंचों पर लगवाया जायेगा जिससे बाल विकास के प्रति समाज का नजरिया और अधिक समृद्ध हो सके। उन्होंने बताया कि जयपुर में आयोजित तीन दिवसीय बाल समागम में करीब 700 बच्चे सामाजिक सौहार्द, बाल अधिकार, बच्चों की बेहतर दुनिया, एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। एक्शन एड संस्था द्वारा राज्य के 22 जिलों में बाल मंच स्थापित किये गये हैं। इनसे 3500 बच्चे जुड़े हुए हैं।
इस अवसर पर खिलती कलियों संस्था के श्री शिवसिंह, तरक्की आई फाउन्डेशन के श्री मोहम्मद, नीड शिक्षा, शोध एवं विकास संस्थान के श्री रामतरूण एवं प्रयत्न संस्था के श्री दीपेन्द्र भी उपस्थित थे।