स्वच्छ – स्वस्थ – सुरक्षित राजस्थान बनानें हेतु आम सड़क उपयोगकर्ताओं का जागरूक होना आवश्यक
अजमेर। 29 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2018 के दूसरे दिन अजमेर शहर में लोगों का काफी अच्छा उत्साह रहा। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड एवं राजस्थान सड़क सुरक्षा सोसायटी की और से संचालित मोबाईल वैन ने पूरे शहर के कई मुख्य चैराहों पर आम सड़क उपयोगकर्ता से मिलकर उनसे सड़क नियमों की जानकारी व होने वाली सड़क दुर्घटना व उनसें बचावें के बारें में बताया। जिसमें उन्हें बताया गया की तेज गति से वाहन चलाने से टनल विजन उत्पन्न होता है जिससे अन्य वाहन व वस्तुओं की दूरी, गति व दिशा का सही अनुमान लगाना कठिन हो जाता है अतः गम्भीर दुर्घटना होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं। भारत सरकार के द्वारा अधिसूचित निर्धारित अधिकतम गति सीमा तय कि गई है। जिसके बारें आम सड़क उपयोगकर्ताओं को जानकारी दी गई की कम से कम ड्राइवर समेत 9 सीट से अधिक सीट की यात्री वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, माल वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, थ्री व्हीलर – 60 कि.मी./घण्टा, दुपहिया वाहन – 80 कि.मी./घण्टा, एवं दुपहिया वाहन पर चालक व पीछे बैठने वाली सवारी के लिए हेलमेट अनिवार्य है ऐसा करने से दुर्घटना से होने वाली मृत्यु दर में काफी कमी आई हैं। हेलमेट को फीते से बांध कर पहनना चाहिए। जो दुर्घटना के समय लगने वाली चोट से सिर को सुरक्षित रखता हैं। मोबाईल वैन कलेक्ट्रट चैराहा, इण्डिया मोटर्स सर्किल चैराहा, आगरा गेट, फाॅयसागर पुलिस चैकी, वैशाली नगर होते हुए सावित्री चैराहा पहुची। शहर में हुई इस जागरूकता से कई आम सड़क उपयोगकर्ता ने नियमों का पालन करने का आहवान किया।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड एवं सड़क सुरक्षा सोसायटी के अजमेर लोकेशन ट्रेनर लोकेश शर्मा, मोबाईल वेन टीम में छोटू सिंह राणावत, विकास राव, बजरंग मेवाडा, रविराज राठौड़ व अशोक मीणा ने यातायात पुलिस के साथ मिलकर आम सड़क उपयोगकर्ताओं एवं देशहित में जागरूकता एवं सड़क दुर्घटना में बचाव हेतु प्रेरित किया।