प्रदेश भर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जारी की खास गाइड लाइंस

अधिकारियों को फील्ड विजिट कर मौके पर ही समस्या सुलझाने के दिए निर्देश।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति के लिए किया बजट जारी
पुराने हैंडपंपों को सुधारने के लिए शुरू किया 42वां हैंडपंप मरम्मत अभियान।

जयपुर, 30 अप्रेल। प्रदेश में बढ़ती गर्मी को देखते हुए जलदाय विभाग और अधिक मुस्तैद और सजग हो गया है। विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को खास गाइड लाइंस जारी कर उन्हें अविलंब समस्याओं का निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए हैं। निर्देशों के अनुसार प्रदेश के आमजन तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में कोताही या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रमुख शासन सचिव श्री रजत कुमार मिश्र ने मुख्य अभियंता और अतिरिक्त मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारियों के साथ खास बैठक कर गर्मी में पेयजल की किल्लत नहीं आने के पुख्ता इंतजामात किए हैं। निर्देशों के अनुसार प्रदेश के सभी जिलाेें के लिए मुख्य अभियन्ता एवं अतिरिक्त मुख्य अभियन्ताओं को प्रभारी बनाया गया है, जो कि फिल्ड विजिट कर समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करेंगे।

निर्देशों के अनुसार जहां विभाग द्वारा पेयजल की सप्लाई नहीं है या पेयजल पर्याप्त मात्रा में पहुंच नहीं पा रहा ऐसे क्षेत्रों में परिवहन के द्वारा (टैंकर) पेयजल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 2394.08 लाख एवं शहरी क्षेत्रों में 2195.88 लाख रूपयों की स्वीकृति जारी कर दी है। यही नहीं 13 अभाव ग्रस्त जिलाेें में एसडीआरफ के तहत जल परिवहन कराने के लिए भी खास निर्देश जारी किए हैं, ताकि आमजन को पेयजल के लिए किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े।
वर्तमान में प्रदेश के 16 शहरों में 2 हजार 203 टैंकर ट्रिप्स प्रतिदिन से पेयजल परिवहन किया जा रहा है। इसी प्रकार पेयजल की कमी वाले 1 हजार 82 गांव और ढाणियों में 1 हजार 887 टैंकर ट्रिप प्रतिदिन से पेयजल परिवहन किया जा रहा है, जिसे आवश्यकतानुसार बढ़ा दिए जानेे के भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

गांवों की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले हैंडपंपों के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हैंडपम्पों की मरम्मत के लिए 42वां हैंडपंप अभियान 1 अप्रेल से प्रदेश भर में शुरू कर दिया गया है। हैंडपम्प मरम्मत अभियान व जल योजनाओं के संधारण के लिए किराए के 531 वाहन एवं 2 हजार 500 संविदा श्रमिकों की स्वीकृति भी जारी कर दी गई है।

गौरतलब है कि वर्ष 2017-18 में ग्रामीण क्षेत्रों में 2 लाख 15 हजार 470 एवं शहरी क्षेत्रों में 35 हजार 337 हैंडपम्पों का मरम्मत कार्य सम्पन्न करवाया जा चुका है। इसके अलावा वर्ष 2017-18 में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 2 हजार 674 नलकूप और 5 हजार 795 हैंडपम्प चालू किए जा चुके हैं।

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