हीट स्ट्राॅक से बचाव एवं उपचार पर संगोष्ठी आयोजित

बीकानेर, 3 मई। बढ़ती गर्मी को देखते हुए तापघात के प्रति जागरूकता के उदेश्य से गुरूवार को पीबीएम अस्पताल में औषध विभाग में संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी की अध्यक्षता अतिरिक्त प्रधानाचार्य प्रथम एवं विभागाध्यक्ष डाॅ. लियाकत अली गौरी ने की। मेडिसिन विभाग के डाॅ. विनोद असवाल ने बताया कि वर्तमान में उत्तर पश्चिम राजस्थान लू (हीट वैव) की चपेट में हैं। लू लगने से व्यक्ति में कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उल्टी आना, अत्यधिक पसीना आना चिड़चिड़ापन पेशाब कम आना तथा शरीर का तापमान बढ़ जाना इत्यादि हो सकता हैं। इसके अधिक गंभीर रूप अर्थात तापघात से व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है। तापघात से ज्यादा नुकसान होने की सम्भावना लम्बी बीमारी से ग्रसित रोगियों एवं वृद्ध जन तथा बच्चों में होती हैं। तापघात से बचने के लिये हल्के रंग के एवं ढीले कपडे़ पहनने एवं तरल पदार्थाे का सेवन करने, धूप में कम से कम निकले छत्ते का प्रयोग करने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि तापघात के लक्षण पाये जाने पर व्यक्ति को ठंडी जगह पर लेटाएं तथा शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करके पखे से हवा करें तथा अतिशीघ्र अस्पताल पहुँचाने का प्रयास करें। विभागाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि तापघात के लिये मेडिसिन विभाग में अलग से बनाये गये वार्ड में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से कर ली गयी हैं जिसमें निशुल्क जांच व उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हंै।
सेमीनार में अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डाॅ. पी के बेरवाल एवं मेडिसिन विभाग के चिकित्सक डाॅ. सुरेन्द्र कुमार, डाॅ. परमेन्द्र सिरोही, डाॅ. परवेज समेजा, डाॅ नरेन्द्र कुमार गहलोत, डाॅ मनोज कुमार माली, डाॅ. सुभाष, डाॅ. मख्खन लाल सैनी, डाॅ कुलदीप सैनी, जयकुमार मील एवं अन्य चिकित्सकगण व रेजिडेन्ट चिकित्सक तथा सभी मेडिसिन वार्डों के नर्सिंग कर्मचारी मौजूद थे।

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