शिक्षा ही सामाजिक विकास का आधारभूत साधन-आल्वा

श्रीमती आल्वा वार्षिक पुरस्कार समारोह को सम्बोधित करते हुए

अजमेर। राज्यपाल श्रीमती माग्र्रेट आल्वा ने कहा कि शिक्षा ही सामाजिक विकास का आधारभूत साधन है और महिला शिक्षा का इन प्रयासों में प्रमुख दबाव है। सरकार का सम्पूर्ण साक्षरता हांसिल करने पर विशेष प्रयास है और महिला शिक्षा तथा बालिका शिक्षा के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
राज्यपाल श्रीमती आल्वा आज अजमेर के मेयो कॉलेज गल्र्स स्कूल के वार्षिक पुरस्कार समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि पूर्व में लड़कियों को लड़कों के समान अवसर नही मिलते थे। माता-पिता लड़के को अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के रूप में मानते थे और लड़कियों को एक चिडिय़ा के रूप में माना। जिसकी जल्दी से जल्दी शादी कर दूसरे घर भेजने के लिए सोचा जाता था और इस प्रकार परिवार के एक भार को उतारने की कोशिश होती थी। संयोगवश समय बदला और बालिकाएं लड़कों के समान सभी अवसर प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 86 वें संविधान संशोधन में शिक्षा के अधिकार को मान्यता दी गई जिसके तहत 6 से 14 वर्ष के बच्चों को राज्य द्वारा नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा दिया जाना है। सभी को प्रारम्भिक शिक्षा मिलने के लिए ऐसा कानून बनाया गया परन्तु यह कोई सरल कार्य नही है। आज भी शहरी और ग्रामीण भारत, अमीर और गरीब, पुरूष और महिला, अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक, पिछड़े व अन्य तथा कानून व इसे लागू करने के मध्य बहुत फासला है। आज भी इस देश में हजारों ऐसे बच्चे हैं जो स्कूल नहीं जाते हैं। यदि शिक्षण संस्थाएं अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को समझेंगी तो हमारे देश की सूची संयुक्त राष्ट्र संघ के मानव संसाधन विकास की सूची में ऊपर होगी। वर्तमान में यह स्थान नीचे है।
उन्होंने कहा कि 14 नवम्बर को हम सभी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन मनाते हंै जिन्होंने कहा था कि ”भारत की सेवा का मतलब है उन करोड़ों की सेवा करना जो विभिन्न सुविधाओं से दूर है इसलिए सेवा का कार्य हमारा पूरा नही हुआ है, इसलिए कड़ी मेहनत और प्रयास करके उन सभी को हमारे सपनों के अनुसार वास्तविकता प्रदान कराना है।” उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे बदलाव से नही डरे, बदलाव हमेशा अच्छाई के लिए होता है। आपको यहां यही शिक्षा दी गई है और आप इस बदलाव के एजेन्ट के रूप में है जो स्वयं के लिए नही बल्कि पूरे समाज और देश के अच्छे भविष्य को बनाता है। उन्होंने युवा छात्राओं का आव्हान किया कि वे बाहरी दुनियां की चुनौतियों को सामना करने के लिए अपने आप को तैयार रखें। हमारे यहां अच्छी सांस्कृतिक परम्पराएं है, जिन्हें हमें नही भूलना चाहिए, परन्तु मैं यह भी नही चाहती कि प्रत्येक रीति रिवाज का पूरी तरह से अंधानुकरण हो।
उन्होंने मेयो गल्र्स स्कूल की सराहना करते हुए छात्राओं को बधाई दी कि उन्होंने अपने सामाजिक सरोकार के तहत भी अच्छे कार्य किये हंै 1987 में शुरू हुआ यह स्कूल 137 साल पुराने मेयो कॉलेज से जुड़ी है जो अच्छी शिक्षा के लिए जानी जाती है। उन्होंने मेयो कॉलेज गल्र्स स्कूल की आधारशिला रखने और इसे बालिका शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र बनाने वाले मानुभावों को नमन किया।
राज्यपाल ने स्कूल के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न गतिविधियों में अव्वल रही छात्राओं को पुरस्कार वितरित किये। बेस्ट हाऊस का पुरस्कार संयोगिता हाऊस को प्रदान किया। राज्यपाल ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए बालिकाओं से पूरी सुरक्षा के साथ पटाखे चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि पुष्कर मेले की भी तैयारियों की जा रही है जो जग प्रसिद्घ है।
प्रारम्भ में मेयो कॉलेज गल्र्स स्कूल की गर्वर्निंग कौसिंल के अध्यक्ष श्री गजसिंह जोधपुर ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए उनका विस्तार से परिचय दिया और बताया कि कंचन कनकड़े स्कूल की नई प्राचार्य होगी।
स्कूल की प्राचार्य श्रीमती जमिला सिंह ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए बताया कि यह स्कूल की स्थापना के साथ ही उनका 25 वां वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह है और वे सामूहिक रूप से अंतिमबार इसे सम्बोधित कर रही है। उन्होंने स्कूल की स्थापना से लेकर अब तक विकास के बारे में बताया। उपाचार्य श्रीमती कंचन कनकड़े ने विश्वास दिलाया कि वे इस शिक्षण संस्था की मर्यादा और ऊंचाईयों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेगी। स्कूल की छात्राओं ने राग बंसत नृत्य प्रस्तुत किया।

राज्यपाल का स्वागत
राज्यपाल श्रीमती आल्वा का संक्षिप्त यात्रा पर अजमेर पहुंचने पर स्वागत और अभिनन्दन किया गया। शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ ने सर्किट हाउस पर पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने उनकी अगुवानी की। पुलिस महानिरीक्षण अनिल पालीवाल, जिला कलक्टर वैभव गालरिया, पुलिस अधीक्षक राजेश मीना ने उनका स्वागत किया। राज्यपाल को सर्किट हाउस पर गार्ड ऑफ आनर दिया गया।

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