कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर बताया कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत सम्पूर्ण भारत देश मे तीस करोड़ से अधिक गरीबो को बैंकों से जोड़ने तथा डी बी टी Direct benefit transaction स्कीम के तहत सरकारी योजनाओं से लाभ पहचाने का लालच गरीबो के लिए जी का जंजाल साबित हो रहा है देश के तीस करोड़ से अधिक गरीब मजदूर इससे प्रभावित हो रहे है प्रधानमंत्री ने निःशुल्क खाता खोलने के निर्देश देकर लोगो ने खाते खुलवा दिये लोग इस लालच में खाते खोले ताकि पन्द्रह लाख रुपये प्रधानमंत्री जन धन बैंक खाते में भेजेंगे साथ ही सामाजिक सुरक्षा की प्रधानमन्त्री सुरक्षा बीमा योजना के दो लाख व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दो लाख रुपयों का लाभ भी इन बैंक खातों से मिलेगा लोग बैंको की तरफ टूट पड़े लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के खातों से गरीबों को भारी निराशा हुई बडेरा ने बताया कि जन धन के इन खातों में 49000 तक कि राशि जमा हो सकती है इससे ज्यादा नही हो सकती तथा कोई भी जन धन खाते वाला दस हजार तक कि राशि एक महीने में उठा सकता है इस तरह की बन्दिशों से प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना के मिलने वाले दो लाख की राशि भी जन धन खातों में जमा नही हो रही है मजदूरों की पुत्रियों की विवाह सहायता के 51000 हजार भी जन धन खातों में जमा नही हो रहे है इसी तरह शुभ शक्ति योजना के 55000 हजार भी जमा नही हो रहे है इसी तरह मजदूर की सामान्य मृत्यु पर मिलने वाले दो लाख भी खातों में जमा नही हो रहे है इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना की भी राशि अटकी हुई है इससे आम आदमी प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बैंक खाता खुलवाकर पछतावा कर रहा है मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने जन धन योजना के खातों की लिमिट बढ़ाने की मांग की है