अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ के लिये रचनायें आमंत्रित

जयपुर, 30 जुलाई (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ के लिये देषभर के साहित्यकारों से रचनायें आमंत्रित की गई है। साहित्यकार अपनी रचनायें देवनागरी/अरबी लिपि में भिजवा सकते हैं।

अकादमी अध्यक्ष हरीश राजानी ने बताया कि साहित्यकारों की मांग पर वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ हेतु निर्धारित तिथि 31 जुलाई को बढ़ाकर 31 अगस्त किया गया है। उन्होंने बताया कि साहित्यकार अपनी रचनायें अकादमी कार्यालय में 31 अगस्त, 2018 तक भिजवा सकते हैं।

अकादमी सचिव ईश्वर मोरवानी ने बताया कि रचना की दो प्रतियों के साथ पासपोर्ट साईज का रंगीन छायाचित्र, जन्म स्थान, जन्मतिथि, योग्यता, व्यवसाय, प्रकाषित पुस्तकें, घर के पते के साथ पिनकोड एवं मोबाईल नम्बर की जानकारी अवष्य भिजवायें। रचना मौलिक एवं पूर्व में प्रकाषित नहीं हुई है, इसका प्रमाण-पत्र भिजवाना आवष्यक है। इन सूचनाओं की जानकारी के अभाव में ’’रिहाण’’ में रचना प्रकाषन संभव नहीं होगा।

’’रिहाण’’ में प्रकाषित रचनाओं पर नियमानुसार मानदेय दिया जायेगा। साहित्यकारों से अनुरोध है कि रचना पृष्ठ के केवल एक तरफ साफ-2 सुपाठ्य लिखित या टाईप की हुई हो। रचना रिहाण में छपना, उसके मयार पर निर्भर होगी। रचना 3-4 पृष्ठों से अधिक नहीं होनी चाहिये। नाटक की स्थिति में 6-7 पृष्ठ हो सकते हैं। देर से प्राप्त रचनाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।

(ईश्वर लाल मोरवानी)
सचिव

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