बीकानेर। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रम आयोजित कर दिल का खयाल रखने का सन्देश दिया गया। जिला अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर विशेष हेल्थ चेक अप कैंप लगाए गए और स्वास्थ्य शिक्षा दी गई। विद्यालयों में भी जाकर स्वस्थ जीवन शैली को आदत बनाने और जंक फूड से बचने का पाठ पढाया तो बज्जू में रैली का आयोजन किया गया। अधिकाधिक मरीजों व परिजनों की बीपी, लिपिड प्रोफाइल व शुगर जांच की गई। सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा ने सीएचसी बज्जू में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की और स्वास्थ्य जीवन शैली की ओर लौटने कि अपील की। जिला अस्पताल में अधीक्षक डॉ. बी.एल. हटीला, डॉ. सी.एल. सोनी, इन्द्रजीत सिंह ढाका व गिरधर गोपाल किराडू ने मरीजों व परिजनों को ह्रदय रोग से बचने की स्वास्थ्य शिक्षा दी।
हृदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए दुनियाभर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। हार्ट पेशेंट उम्र दराज लोग ही नहीं बल्कि कम उम्र के बच्चे भी हो जाते हैं। विश्व हृदय दिवस मनाने की शुरूआत सन 2000 में की गई थी।
ह्रदय रोग के कारण और बचाव
डॉ. मीणा ने बताया कि भागती-दौड़ती जिंदगी में लोगों को अपने लिए वक्त नहीं मिल पाता है, उनकी लाइफ स्टाइल ही हार्ट के रोगों की जननी है। धूम्रपान करना, शराब पीना, गलत समय उठना, देर से सोना, गरिष्ठ भोजन खाना, मोटापा बढ़ना, वसायुक्त भोजन खाने से लोग हृदय रोगों के शिकार हो रहे हैं। मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती है। ह्रदय रोगों से बचने के लिए वॉक करें, नमक-वसा की मात्रा कम कर लें, जिससे कोलेस्ट्राल ना बढ़ने पाये, तनावमुक्त जीवन जिएं, योगा करें, पर्याप्त नींद लें, टाइम से सोएं और टाइम से जगें, हेल्दी डाईट लें, जंक फूड से बचें और खूब पानी पियें।