मेरी बीमारी पर पिछले साल मुझे देखने आए बाला साहेब ने एक बार फिर से मुझसे मिलने के लिए घर आने का वादा किया था। मैं दुआ करता हूं कि भगवान उनको जिंदगी की लड़ाई लड़ने की ताकत दे। इस हफ्ते बाल ठाकरे की बीमारी की खबर सुनकर जानेमाने तजुर्बेकार कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण ने कुछ इस तरह अपनी भावनाएं उद्गार की थीं।
लक्ष्मण की पत्नी कमला ने बताया कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से उनको बातचीत करने में कठिनाई होती है और अपनी बात बहुत ही धीमे-धीमे शब्दों में कह पाते हैं। उन्हें कहीं आने-जाने में भी परेशानी होती है। ठाकरे और लक्ष्मण ने अंग्रेजी दैनिक फ्री प्रेस जर्नल में एक साथ काम किया था और उनकी दोस्ती छह दशक पुरानी है।
कमला ने बताया कि ठाकरे ने पिछले हफ्ते ही लक्ष्मण को कॉल कर उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा था, उन्होंने मेरे पति की जांच के लिए एक होम्योपैथिक विशेषज्ञ का नाम भी सुझाया था।
90 वर्षीय लक्ष्मण ने ठाकरे के प्रति भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक बेहतरीन, नेकदिल और महान कलाकार थे। हम दोनों भाइयों की तरह थे और उनके परिवार के साथ हमारे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। उनकी बीमारी की खबर सुनने के बाद मेरी बेटी उनसे मिलने मातोश्री गई थी। उन्हें मेरी पत्नी कमला के हाथ से बनी इडली बहुत पसंद थी।
उन्होंने कहा कि मैं पुणे आगमन पर उनसे मिलने का बहुत उत्सुक था, मैं भगवान से प्रार्थना कर रहा था कि मेरा भाई जल्द ठीक हो जाए, दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका।
उधर, आर के लक्ष्मण की पुत्रवधू ऊषा ने बताया कि शिवसेना प्रमुख ने अपने काटूनिस्ट दोस्त लक्ष्मण को 24 अक्टूबर को उनके 91वें जन्मदिन पर गुलदस्ता भेजा था। ऊषा ने बताया कि आरके को दिल का दौरा पड़ने के बाद से इन दोनों का जुड़ाव और भी गहरा हो गया था। बाला साहेब उनसे मिलने ब्रीच कैंडी अस्पताल आए थे और उनका हौंसला बढ़ाते हुए कहा था कि शरीर पर दिमाग की जीत होनी चाहिए।
आम तौर पर मुंबई से बाहर न जाने वाले बाल ठाकरे अपने बीमार दोस्त से मिलने पुणे आए थे और उनके आवास पर तकरीबन एक घटा रहे थे।
ऊषा ने बताया कि उन्होंने आरके की बीमारी के इलाज के लिए एक होम्योपैथ विशेषज्ञ के बारे में बताया था और साईबाबा की एक चादी की मूर्ति दी थी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार अपने एक करीबी के चले जाने से बहुत दुखी है।
