पूर्व सीएमएचओ डॉ लक्ष्मण हरचंदानी ने विभिन्न संगठनों के शिष्टमंडल के साथ जन अभाव अभियोग अध्यक्ष श्री पाटीदार , सांसद रघु शर्मा और जिला कलेक्टर को राजस्थान सरकार, शासन सचिवालय जयपुर मुख्य सचिव के नाम पत्र सौंपा और जीका और डेंगू मैं नकारा अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांंग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य निदेशालय के निदेशक डॉ वी के माथुर अजमेर के सीएमएचओ और जोन जेडी कई वर्षों तक रहे हैं । उन्होंने सारे नियमों और अदालती आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए कनिष्ठ डॉ केके सोनी (एमबीबीएस) को अजमेर के सीएमएचओ पद पर बनाए रखने के लिए समाज सेवी और हेल्थ एक्टिविस्ट डॉ लाल थदानी (वरिष्ठ और एमडी पीएसएम) को कोर्ट स्टे और कंटेम्प्ट के बावजूद बार बार पदावनत किया है । उन्होंने आरोप लगाया कि अजमेर वासियों में जीका वायरस और डेंगू बुखार के रोगियों के बढ़ने से दहशत है । डॉ लाल थदानी की मौसमी बीमारियों की रोकथाम में दक्षता हासिल है । मगर सुनियोजित षड्यंत्र के तहत पिछले 2 सालों से प्रशासनिक स्तर पर नाकाम डॉ के के सोनी और डॉ किराडिया पर डॉ वी के माथुर की मेहरबानियों के चलते डॉ थदानी को स्टे और कंटेम्प्ट के बावजूद काम नहीं करने दिया जा रहा है । इससे आमजन में रोष और नाराजगी है । डॉ के के सोनी के विरुद्ध स्टे , कंटेम्प्ट और सीनियोरिटी का वाद 2015 से ट्रिब्यूनल और उच्च न्यायालय में चल रहा है । शिष्टमंडल ने आरटीआई से प्राप्त दस्तावेज में डॉ लाल थदानी के विरुद्ध साजिश और फर्ज़ीवाड़े तथा उक्त मिलीभगत की उच्चाधिकारियों के अलावा अजमेर सांसद रघु शर्मा को जानकारी दी । डॉ लक्ष्मण हरचंदानी के साथ राजेश आनन्द अध्यक्ष सिन्धु सत्कार समिति डॉ सतीश शर्मा अजमेर सांस्कृतिक मंच के अलावा विभिन्न संगठनों , व्यापार मंडलो से राम भाई, विक्रम अशरफ़, प्रदीप रोचवानी, अजय शिवनानी, मोहन सोनी, वासुदेव, प्रदीप निशा जसवानी, गिरीश आसनानी, मोहम्मद आज़ाद ,नौरतमल भी शामिल थे ।
