आतंकी अजमल कसाब को अचानक गुपचुप तरीके से फांसी दिए जाने की खबर के बाद यह कानाफूसी होने लगी है कि उसकी मौत तो डेंगू से हुई, लेकिन बाद में उसका फांसी लगाई गई। ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों यह खबर आई थी उसे डेंगू हो गया है।
जैसे ही कसाब को फांसी की खबर आई, सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फांसी दिए जाने को संदेह की नजर से देख रहे हैं। उनका मानना है कि कसाब फांसी से नहीं, बल्कि डेंगू से मरा है। चूंकि वह डेंगू से मर गया, इस कारण अपनी पीठ थपथपाने के लिए कांग्रेस सरकार ने उसे फांसी लगाने का निर्णय किया। ऐसा करके उसने कसाब की फांसी के लिए हल्ला मचाने वालों का मुंह बंद करने के लिए किया गया। जाहिर सी बात है कि कसाब को फांसी की खबर बड़ी ही चौंकाने वाली है। सरकार भले ही इस निर्णय को गुपचुप अंजाम देने के लिए सुरक्षा कारण बताए, मगर लंबे अरसे से पेंडिग पड़े फांसी के फैसले को अचानक ले लेना सवालिया निशान तो लगता ही है।

कांग्रेस सरकार भ्रस्टाचार को लेकर किसी भी हद तक जा सकती है , झूट बोल सकती है , बईमानी कर सकती है अपनी वाह वाही हासिल करने के
लिए किसी भी हद को पार कर सकती है
हो सकता है की कसाब डेंगू की बीमारी से मरा हो .और ये निकम्मी सरकार अपनी लाज बचाने के लिए उसकी डेड बॉडी को हैंग कर दिया हो
बईमानी की कोई सीमा नहीं है इस सरकार की
जागो देश की जनता जागो और आँखे खोलो
अभि तक सरकार कसाब को फान्सी न देने के लिये यहि बहाना करती रही है कि उसका नुम्बर आने पर ही फान्सी दी जायेगी फिर अचानक यह सब कोइ विवाद रहित नही हो सकता
Des me agar ko e sahi kam hua he to hame party politicus se upar utha kar usko appriceat karna chahiye.