देश मे समान नागरिक संहिता लागू कर, कश्मीर से धारा 370 हटाये, मदरसों के तर्ज पर भारत के हर शहर में बने वैदिक पाठशाला।
जयपुर के वीआईटी कैम्पस में वैदिक ब्राम्हण कल्याण परिषद का चतुर्थ राष्ट्रीय सम्मेलन धूमधाम से सम्पन्न । सम्मेलन में जुटे 23 राज्यों के वैदिक ब्राम्हण, कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव हुए पास।
जयपुर। वैदिक समाज सँग सनातन संस्कृति के 80% लोग भारत में रहते हैं। इनका गौरवपूर्ण इतिहास भी रहा है। यह समाज लंबे समय से मांग कर रहा कि भव्य राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में तत्काल शुरू हो। राम जन्म भूमि स्थल पर प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बने इसके लिए केंद्र सरकार को गम्भीरता से अब सोचना ही होगा। प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश में समान नागरिक संहिता को लागू करे तथा कश्मीर से धारा 370 को तत्काल हटायें। उक्त बातें आज वैदिक ब्राह्मण कल्याण परिषद के चतुर्थ वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष कौशिक ने कही । उन्होंने कहा कि मदरसों को सरकारी सहायता वर्षों से मिलती रही है ,जबकि भारत में वेदो को लेकर सरकार का रवैया हमेशा लचर दिखा। वेद शिक्षा के लिए मदरसों की तर्ज पर वैदिक पाठशाला की भी शुरुआत भारत के हर शहर में होनी चाहिए । प्राचीन काल मे यहाँ 7 लाख 32 हजार गुरुकुल थे तब भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। वैदिक पाठशालाओं को सरकारी सहायता भी मदरसों की तर्ज पर ही दिया जाना चाहिए ,ताकि हम अपने प्रचीन गौरव को प्राप्त कर सकें । उन्होंने कहा कि सन 1683 में जन्मे महान संत आचार्य भीखचंद महाराज की प्रतिमा स्थापित करने के लिए सरकार व समाज को आगे आना चाहिए।इससे वैदिक ब्राह्मण कल्याण परिषद के लोग भी अपने को गौरवान्वित महसूस करेगे।आगे कहा कि संविधान सभा के सदस्य विश्वंभर दयाल त्रिपाठी को उन्नाव का गांधी जरूर कहा जाता है वह हमारे समाज के महान सख्शियत रहे। हम ऐसी विरासत के लोगों को पूर्ण सम्मान देकर खुद भी गौरवान्वित हो रहें है। उन्होंने राजस्थान समेत पूरे भारत से पर्दा कुप्रथा को समाप्त करने का प्रस्ताव सदन के सामने रखा , जिसे हर्ष ध्वनि से लोगों ने पास कर दिया। इसी तरह बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ ,का नारा देते हुए दहेज को समाप्त करने के लिए सभी ने प्रस्ताव पारित किया। यहां मृत्युभोज को भी बंद करने का प्रस्ताव लाया गया जिसे कुप्रथा बताते हुए पास कर दिया गया। इसके पूर्व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जय मंगल पांडे को याद करते हुए उनके परिजनों तथा पूर्व सांसद व सँविधान सभा के सदस्य रहे विश्वंभर दयाल त्रिपाठी के परिजन विश्व आभा, नन्दलाल शर्मा,ओम जी फालना, के एल आचार्य, गोपाल शर्मा, सुनील शर्मा, राजनेति पाण्डेय, आर एन त्रिपाठी, पूजा पाण्डेय, त्रिलोकीनाथ समेत तमाम लोगों को वैदिक रत्न से सम्मानित किया गया। काशी से आये वरिष्ठ पत्रकार व वीबीकेपी यूपी के प्रदेश महासचिव डॉक्टर लोकनाथ पाण्डेय व अवध नारायण पाण्डेय ने सफल आयोजन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष व महा सचिव को काशी के बाबा विश्वनाथ जी की मूर्ति व प्रसाद, अंगवस्त्रम आदि देकर सम्मानित किया। अभ्यागतों का स्वागत करते हुए संस्था के राष्ट्रीय महासचिव आरएम शर्मा ने कहा कि” संघे शक्ति कलियुगे” के मूल तत्वों को हमें आत्मसात करना होगा । संगठित हुए बिना हम अपने मुकाम को कदापि हासिल नहीँ कर सकते। श्री शर्मा ने समाज को आगे ले जाने के लिए संगठन के विस्तार तथा संगठन की मजबूती बनाए रखने का आह्वान भी किया । इसके पूर्व मातृ शक्ति विश्व आभा त्रिपाठी, उमा कौशिक बबिता शर्मा आदि ने दीप प्रज्ज्वलन कर सभा का शुभारम्भ किया। इस दौरान व्यास पीठ से प्रस्तुत वीरेन्द्र शास्त्री का मधुर भजन लोगों को भक्तिरस में भिंगोता रहा। कार्यक्रम का सुमधुर संचालन ओम जी व विनोद आचार्य ने किया।सयोंजक नंन्दू शर्मा ने सभी का आभार जताया।इसके पूर्व यूपी, हिमांचल, बिहार, झारखंड, जम्मूकश्मीर, पंजाब, हरियाणा,मध्यप्रदेश समेत विभिन्न प्रान्तों से आये पदाधिकारियों ने अपने राज्यों का रिपोर्ट कार्ड व आवश्यक प्रस्ताव रखा।