सतों के दर्षन करने से जीवन सफल हो जाता है- महंत स्वरूपदास उदासीन

ईष्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजमेर की ओर से कुम्भलीमां के संतो का मेला महावीर कसरतषाल में आयोजित किया गया जिसमें महंत स्वरूपदास उदासीन, अखिल भारतीय सिन्धीसाधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री ष्यामदास उदासीन, श्री षांतानन्द उदासीन आश्रम, पुष्करराज के महंत हनुमानराम, भावनगर के फकीर नन्दलाल साहिब के सांई दीपकलाल, संजय कुमार जी, सुखरामदास दरबार अमदाबार के संजय कुमार मसंद, राजकोट के सांई अमरलाल ने आर्षीवचन देते कहा कि संतो के दर्षन के साथ वचनों को अपने जीवन में ग्रहण कर परिवार को संस्कारवान बनाये। हमें सनातन धर्म के संस्कारों को परिवार में सभी को जोडना चाहिये।
इस अवसर पर संत वासुराम बालक मण्डली ने धार्मिक कार्यक्रम में भजन प्रस्तुत किये जिसमें खुषी दींदे त खुष रहबो, दुख द्ींदें त पियो सहिबो ….पल्लव पाऐ वियो हिते सब अगजी…….. बाबा ईष्वरदास, बाबा मनोहरदास तुहिजे दर तो वियो न खाली आ………दया कर दयालू दातार आहीं……..पर सभी श्रृद्धालुओं को खूब झुमाया।
सेवाधारी षंकर सबनाणी, घनष्यामदास, महेष, भगवान धनजाणी, कुमार गेहाणी, काली, नरेष, सोनू कलवाणी, सुरेष मोहियाणी, संतोष रामनाणी, सुरेष आहूजा, राजू, मुरली ने सभी अतिथियों व संतो का स्वागत सत्कार किया। इस अवसर पर महावीर कसरतषाला के श्री नन्दलाल,मनोहर मेंघाणी, बृजलाल, के.आर. तुलस्यिाणी, परमानन्द, लाल भाई के साथ भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय मंत्री तुलसी टेकवाणी व डॉ. मंघाराम टिलवाणी का स्वागत किया गया। मंच का सचंालन महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया।
कार्यक्रम का षुभारंभ जग्दगुरू श्रीचन्द भगवान, स्वामी ईसरदास, स्वामी गुरमुखदास, स्वामी मनोहरदास के चित्रों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया।
समारोह में अजमेर, कोटा, सूरत, अहमदाबाद, वीसनगर, राजकोट हिम्मतनगर सहित विभिन्न स्थानों से आये श्रृद्धालुओं ने भाग लिया।

(सन्त गौतम) मो.9636674979

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