इतना ठोक दो, फिर कभी सिर नहीं उठाए

-जांबाज सेना को बारम्बार सेल्यूट
-आतंकियों के ठिकाने ही नहीं, उसके पनाहगार को भी मिटा दो

प्रेम आनंदकर
हमारे देश की सेना को हमेशा सेल्यूट करते हैं और करते रहेंगे। सेना की वजह से ही हम चैन की नींद सो पाते हैं, लेकिन पुलवामा में 40 जवानों की शहादत ने हमें बुरी तरह झकझोर दिया था। आतंकी हमले में देश के इन सपूतों की जान चली गई थी। नतीजतन, पूरा देश उद्वेलित होने के साथ-साथ गमजदा भी है। पिछले दो सप्ताह से देशभर में वीर जवानों को नमन करने का सिलसिला चल रहा है। लोग इन जवानों की शहादत का बदला लेने की बाट जोह रहे थे। आज 26 फरवरी को पहली खेप में आतंकियों के अनेक बड़े ठिकाने जब सेना ने तबाह कर दिए हैं, तो निश्चित रूप से देशवासियों के दिलों को सुकून मिला है। लेकिन अब यह सिलसिला थमना नहीं चाहिए और तब तक चलता रहना चाहिए, जब तक पीओके और पूरे पाकिस्तान से आतंकियों का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता। अगर हो सके तो आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान का भी सफाया कर देना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी विरोधी देश हमारी तरफ आंख उठा कर देखने और सिर उठाने की हिम्मत नहीं कर सके। सेना का मनोबल बनाए रखने और उसे माकूल कार्यवाही की छूट देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी देशवासियों की तारीफ पाने के काबिल हैं। जिस तरह पंजाब से आतंकवाद का नामोनिशान मिट गया है, उसी तरह अब जम्मू-कश्मीर से भी हमेशा के लिए मिटा दिया जाना चाहिए, ताकि वहां के लोग सुकून से जी सकें। और हां, देश का जो भी गद्दार सेना की कार्यवाही का विरोध करे, उसे भी ठिकाने लगा देना चाहिए, क्योंकि हमारे लिए कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि है।

-प्रेम आनन्दकर, अजमेर, राजस्थान। सम्पर्क-08302612247

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