अजमेर, 7 अप्रेल। चांद दिखने के साथ ही ख्वाजा फखर का सरवाड़ जिला अजमेर में उर्स शुरु। यह जानकारी देते हुए ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के बड़े पुत्र हजरत ख्वाजा फखरुद्दीन हसन चिश्ती का उर्स कल शाम चांद दिखने के साथ शुरु हो गया। इनके उर्स में देश के अन्य भागों के साथ-साथ राजस्थान सहित अजमेर से बड़ी सख्ंया में लोग शरीक होने आते है। चांद की 3 तारीख (9 अप्रेल) की शाम 5 बजे ख्वाजा साहब की दरगाह से खुद्दाम-ए-ख्वाजा साहब की तरफ से चादर का जुलूस निकाला जायेगा जो कि निजाम गेट, नला बाजार, मदार गेट होता हुआ रेलवे स्टेशन पहुंचेगा जहां से बस द्वारा सरवाड़ के लिए चादर रवाना की जायेगी। यह जुलूस गाजे-बाजे के साथ कव्वाली गाते हुए निकाला जायेगा। जहां ये चादर सरवाड़ में 11 अप्रेल की शाम 5 बजे ख्वाजा फखरुद्दीन हसन चिश्ती की मजार पर जुलूस के रुप में चढ़ाई जायेगी। 11 अप्रेल के दिन सरवाड़ तहसील से दिन में 2 बजे गाजे-बाजे के साथ जुलूस शुरु होकर शाम 6 बजे खुद्दाम-ए-ख्वाजा उनकी मजार पर चढ़ायेंगे। चांद की 3 तारीख 9 अप्रेल को हजारों की संख्या में जायरीन अजमेर से सरवाड़ 65 किलोमीटर दूर तक पैदल जाते है। इनकी सुविधा के लिए जगह-जगह लंगर (भंडारे) का आयोजन खुद्दाम-ए-ख्वाजा की तरफ से किया जायेगा। इस उर्स में व्यवस्था के लिए एस. एफ. हसन चिश्ती ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर उर्स में आने वाले जायरीनों की सुविधा के लिए मांग की है। यह उर्स 6 अप्रेल से शुरु होकर 16 अप्रेल तक चलेगा।
ख्वाजा साहब की महाना छठी 12 अप्रेल को सुबह आठ बजे आहता-ए-नूर दरगाह शरीफ में होगी।