मौलाना का उर्स मनाया

अजमेर, 23 अप्रेल । अल्लामा मौलाना ख्वाजा मानी अजमेरी का उर्स मंगलवार 23 अप्रेल को मनाया गया। यह जानकारी देते हुए ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि मौलाना मानी ख्वाजा उस्मानिया मदरसे के संस्थापक रहे है। उन्होनें ख्वाजा साहब की जीवनी पर फारसी व उर्दू भाषाओं में कई पुस्तके लिखी है। उन्होनें शोहदा-ए-करबला की याद में प्रसिद्ध सलाम लिखा है जो पूरे विश्व में मोहर्रम के अवसर पर चालीस दिन तक पढ़ा जाता है। उनके उर्स की महफिल की शुरुआत आहता-ए-नूर दरगाह शरीफ में तिलावत-ए-कुरआन से की गई। तिलावत हाफिज मुश्ताक ने की, नात शरीफ नौशाद अहमद ने पढ़ी। मनकबत के नजराने सैयद फजलुल अमीन चिश्ती ने पेश किये। और उनकी जीवनी पर कारी अहमद सिद्दिकी ने प्रकाश डाला। दरगाह के शाही कव्वाल सहित अन्य कव्वालों ने ख्वाजा साहब की शान में मौलाना मानी के लिखे हुए सुफियाना कलाम पेश किये। हसन चिश्ती ने बताया कि मौलाना मानी अजमेरी ने अपना सम्पूर्ण जीवन अध्ययन में गुजारा। आज भी लोग देश-विदेश में भी उनकी पुस्तकों पर रिसर्च करते है।

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